MP Fertilizer Crisis: मध्य प्रदेश में जारी खाद संकट के बीच किसानों के लिए सुखद खबर है. गुरुवार को एक पूरी ट्रेन खाद की खेप लेकर टीकमगढ़ जिले में पहुंची. जिले में मौजूदा खाद संकट के बीच पहुंची 27000 टन खाद की खेप ने किसानों के चेहरे खिला दिए हैं. NDTV ने टीकमगढ़ में खाद संकट को प्रमुखता से दिखाया था, जिसका असर दिख रहा है.
एनडीटीवी ने जिले में खाद संकट को लेकर उठाई थी आवाज
रिपोर्ट के मुताबिक टीकमगढ़ जिले में खाद संकट लेकर एनडीटीवी ने एक ग्राउंड रिपोर्ट किया था. टीम ने टीकमगढ़ किसानों की समस्या का रियलिटी चेक किया था और किसानों की खाद की समस्यां को प्रमुखता से दिखाया था, जिससे मोहन सरकार ऒर जिला प्रशासन की नीद टूटी ऒर गुरुवार को एक ट्रेन से 2700 टन यूरिया खाद जिले में भेजा गया.
यूरिया खाद क़ो लेकर किसान जमुना कुशवाहा की हुई थी मौत
गौरतलब है टीकमगढ़ जिले में यूरिया खाद क़ो लेकर किसान जमुना कुशवाहा की मौत हुई थी, जो लगातार तीन दिनों से लाइन में लगा था, लेकिन खाद की जगह किसान को मौत नसीब हुई थी. किसान की मौत के बाद पूरे जिले के पलेरा, जतारा, खरगापुर, बलदेवगढ़, टीकमगढ़, बड़ागांव में किसान सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आए थे.
वितरण के लिए खाद केन्द्रों पर भेजी गईं 65,000 हजार बोरियां
टीकमगढ़ पहुंचे 27000 टन खाद में से 65,000 हजार खाद की बोरिया वितरण के लिए समस्त खाद केन्द्रों पर गुरुवार को भेजा गया, ताकि पीड़ित किसानों तक आसानी तक खाद पहुंच सके. माना जा रहा है कि अगर नियम ऒर ईमानदारी के साथ खाद वितरित हुआ तो किसानों क़ो पर्याप्त खाद मिलेगा. हालांकि प्रशासन क़ो कालाबाजारी से निपटना होगा.
कालाबाजारी से परेशान सड़क पर उतरे थे जिलेभर के किसान
उल्लेखनीय है टीकमगढ़ में खाद का संकट कितना बड़ा था, जिसकी बानगी 270 रुपए की यूरिया खाद की बोरी यहां 600 रुपया में बेचा जा रहा था. सहकारी समितियों ऒर प्रायबेट खाद की दुकानों खाद क़ो लेकर हाहाकार मचा हुआ था, लेकिन ट्रेन से पहुंचाई गई 2700 टन खाद से सभी किसानों क़ो राहत मिलेगी, जिससे उन्हें उचित मूल्य खाद मुहैया हो सकेगा.
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