जबलपुर में पकड़े गए ठगी की सेंचुरी मारने वाले'हीरालाल-पन्नालाल', उनके तरीके जान आप भी हो जाएं सावधान

जबलपुर पुलिस ने हीरालाल और पन्नालाल नाम के दो ऐसे ठगों को गिरफ्तार किया है जो नटवरलाल से कम नहीं हैं. पुलिस के सामने दोनों कबूल किया है कि उन्होंने 5 सालों में 100 से ज्यादा ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है. दोनों का असली नाम भी अलग ही है...पुलिस को छानबीन में पता चला कि इनमें से एक का नाम अरुण जाट (45 ) और दूसरे का नाम मुन्ना शकील (47) है.

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Jabalpur Crime News: जबलपुर पुलिस ने हीरालाल और पन्नालाल (Hiralal-Pannalal) नाम के दो ऐसे ठगों को गिरफ्तार किया है जो नटवरलाल से कम नहीं हैं. पुलिस (Jabalpur Police) के सामने दोनों कबूल किया है कि उन्होंने 5 सालों में 100 से ज्यादा ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है. दोनों का असली नाम भी अलग ही है...पुलिस को छानबीन में पता चला कि इनमें से एक का नाम अरुण जाट (45 ) और दूसरे का नाम मुन्ना शकील (47) है. दोनों को पुलिस ने रांझी थाना इलाके में बीते 18 अगस्त को हुई ठगी के मामले में गिरफ्तार किया है. ठगी की ये वारदात भी दिलचस्प है. 

पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक मस्ताना चौक चौधरी मोहल्ला निवासी एसएएफ कर्मी आशा राम झा 18 अगस्त को अपने घर के निर्माण के लिए 40 हजार रुपए लेकर जा रहे थे. इसी दौरान रास्ते में स्कूटी सवार हीरालाल और पन्नालाल ने उन्हें रोका. पहले दोनों ने उन्हें प्रणाम किया फिर आर्शीवाद लेने के लिए उनके पैर छूने लगे. इसी दौरान दोनों ने मौका देखकर उनकी जेब से 40 हजार रुपये निकाल लिए. पुलिस ने झा की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए मामले की जांच शुरू की. जांच के दौरान व्हीकल फैक्ट्री इलाके से हीरालाल-पन्नालाल  को गिरफ्तार किया. ये आरोपी लोगों को अपनी बातों में उलझाकर उन्हें दोस्त बना लेते थे और फिर उन्हें ठग लेते थे. 

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दोनों ऐसे बने हीरालाल-पन्नालाल 

दरअसल 6 साल पहले दोनों अलग-अलग मामलों में जेल में बंद थे. यहीं पर दोनों की दोस्ती हुई और दोनों ने लोगों को ठगने औऱ दूसरे अपराधों को अंजाम देने की योजना बना ली. दोनों इस इलाके में बीते पांच साल से सक्रिय थे. पुलिस के मुताबिक दोनों बुजुर्गों और अन्य कमजोर व्यक्तियों को निशाना बनाते थे. दोनों आरोपी अपने शिकार से कहते थे कि वे बेहद परेशान हैं और उन्हें उनके आशीर्वाद की जरूरत है. जब भावनाओं में बहकर बुजुर्ग आशीर्वाद देते थे तो वे बातों में उलझा कर उनका माल उड़ा देते थे. दोनों अपराधी आदतन अपराधी हैं. वे वे साल 2012 से अवैध हथियार सहित अन्य गैरकानूनी काम करते आ रहे हैं. उन्होंने पुलिस के सामने ठगी के 100 वारदातों को अंजाम देने की बात कबूली है लेकिन पुलिस को शक है कि ये इससे अधिक वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. 

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