
Corruption in Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के पंचायतों में हुए करोड़ों के भ्रष्टाचार के मामले में शनिवार को बड़ी कार्रवाई गई. दरअसल, इस मामले पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया. जिन वेंडरों को गिरफ्तार किया गया है. उनमें जावेद खान, रवि वानखेड़े और अली असगर शामिल हैं.
दरअसल, पंचायतों ने निर्माण कार्यों में बगैर जीएसटी और टिन नंबर के अस्पष्ट और ब्लैंक बिल पोर्टल पर अपलोड किए थे. आरोप है कि वेंडरों ने बिना जीएसटी और टीन नंबर के नियम विरुद्ध राशि की थी. इस मामले में दो अलग-अलग मामलों में 25 सरपंच, सचिव और वेंडरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी.
6 पंचायतों में हुआ था घपला
पाटी थाना क्षेत्र के जिन पंचायतों के ये मामले हैं, उनमें सेमलेट, लिंबी, कंडरा, आंवली, वेरवाडा और ओसाडा समेत 6 पंचायत शामिल है. आरोप है कि इन पंचायतों में गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य किए गए थे. इस मामले के खुलासे के बाद तत्कालीन पाटी जनपद सीईओ नीलेश नाग ने एफआईआर की थी.
जांच के बाद हुई गिरफ्तारी
बता दें कि बड़वानी जिला आकांक्षी जिलों में गिना जाता है, जहां सर्वाधिक आदिवासी समाज के लोग रहते हैं. यह जिला सतपुड़ा के पहाड़ियों से घिरा हुआ है. बड़वानी जिले में विकास के लिए कई योजनाओं के जरिए करोड़ों रुपये ग्राम पंचायत में मध्य प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार की ओर से दी जाती है, लेकिन इस क्षेत्र में भ्रष्टाचार बड़े पैमाने पर हो रहा है.
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इसी के चलते बड़वानी जिला पंचायत सीईओ काजल जावरा में जांच के दौरान कई ऐसी अनियमितताएं पाई गई, जिसके आधार पर वेंडर और सरपंच और सचिवों के खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश दिए. बड़वानी एडिशनल एसपी धीरज बब्बर ने बताया कि पाटी थाने पर दोषी वेंडर और सरपंच सचिवों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया, जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से जांच की गई. इस जांच में भी कई अनियमितताएं पाई गई, जिसमें फिलहाल अभी 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया.
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