Fake News Case: पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव ने फर्जी समाचार प्रकाशित करने के आरोप में राजस्थान पुलिस द्वारा मध्यप्रदेश के दो पत्रकारों को हिरासत में लेने की कड़ी आलोचना की है और इसे ‘‘लोकतंत्र पर हमला'' बताया. राजस्थान पुलिस ने शुक्रवार को भोपाल से आनंद पांडे और हरीश दिवेकर को हिरासत में लिया. इन दोनों पर अपने न्यूज पोर्टल ‘द सूत्र' पर राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी के खिलाफ कई फर्जी और मानहानिकारक खबरें प्रकाशित करने तथा उन्हें (खबरें) हटाने के लिए पांच करोड़ रुपये मांगने का आरोप है.
क्या है आरोप?
शिकायतकर्ता का आरोप है कि दोनों पत्रकारों ने उपमुख्यमंत्री के परिचितों से संपर्क कर झूठी रिपोर्ट हटाने और भविष्य में ऐसी खबरें न प्रकाशित करने के लिए करोड़ों रुपये की मांग की थी.
कांग्रेस नेता अरुण यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट कर कहा, ‘‘जब सच बोलने वाले पत्रकार जेल में हों और झूठ फैलाने वाले आजाद घूम रहे हों, तो समझ लीजिए कि लोकतंत्र खतरे में है.'' उन्होंने कहा कि पांडे और दिवेकर को हिरासत में लेना ‘‘लोकतंत्र पर सीधा हमला'' है.
यादव ने कहा, ‘‘सूत्र की ‘टैगलाइन'— हम सिर्फ भगवान से डरते हैं'—भाजपा सरकार को सबसे अधिक डराती है, क्योंकि सच्चे पत्रकार सत्ता से समझौता नहीं करते.''
पुलिस का क्या कहना है?
राजस्थान पुलिस के अनुसार यही भ्रामक सामग्री ‘द कैपिटल' नामक एक अन्य वेब पोर्टल पर भी प्रसारित की गई थी. तकनीकी जांच और गवाहों के बयानों के आधार पर यह स्पष्ट हुआ कि प्रकाशित समाचार तथ्यों पर आधारित नहीं थे. एकत्रित साक्ष्यों के आधार पर पांडे और दिवेकर को शुक्रवार को भोपाल से हिरासत में लिया गया और आगे की पूछताछ के लिए जयपुर ले जाया गया है.
यह भी पढ़ें : NDTV World Summit 2025: भारत ला रहा है सर्वम AI; क्या Grok और Gemini का इस्तेमाल करते हैं रेल मंत्री? जानिए
यह भी पढ़ें : MP के बाग प्रिंट ने विश्व के सबसे बड़े हैंडीक्राफ्ट मेले में बिखेरी अपनी चमक; जानिए क्यों खास है ये छपाई कला
यह भी पढ़ें : Diwali 2025: इस बार धनतेरस, यम दीपम और शनि त्रयोदशी का विशेष संयोग; जानें पूजा का समय व उपाय
यह भी पढ़ें : MP में खाद की कमी से लेकर सोयबीन खरीद तक... शिवराज सिंह चौहान ने कहा-किसानों को लाइन में नहीं लगना पड़े