जबलपुर में स्वाइन फ़्लू के मामले सामने से हड़कंप ! जानिए कैसे फैलती है ये बीमारी ?

Jabalpur Swine Flu Cases : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) जिले से बड़ी खबर सामने आई है. यहां एक तरफ बारिश ने हाहाकार मचाया हुआ है... तो वहीं, दूसरी तरफ अब स्वाइन फ्लू के चलते दहशत का आलम देखने को मिल रहा है.

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जबलपुर में स्वाइन फ़्लू के मामले सामने से हड़कंप, जांच के लिए भेजे गए सैंपल

MP News in Hindi : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) जिले से बड़ी खबर सामने आई है. यहां एक तरफ बारिश ने हाहाकार मचाया हुआ है... तो वहीं, दूसरी तरफ अब स्वाइन फ्लू के चलते दहशत का आलम देखने को मिल रहा है. जानकारी के मुताबिक, जबलपुर में अब तक स्वाइन फ्लू से 11 मरीज संक्रमित मिले हैं.  लगातार बारिश के कारण पिछले सात दिनों से जबलपुर और आसपास के जिलों में सूर्य देव के दर्शन नहीं हो पाए हैं, जिससे शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में सर्दी, खांसी, बुखार और डायरिया के मामलों में तेजी आई है. जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है.

अब तक सामने आए इतने मामले 

इस बीच, स्वाइन फ्लू के भी कई मामले सामने आए हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. जबलपुर के सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा के अनुसार, 11 जुलाई से अब तक स्वाइन फ्लू के 20 मामले सामने आए हैं. इनमें से 11 मामले पॉजिटिव हैं, जबकि 9 मामले संदिग्ध हैं जिनकी रिपोर्ट आना बाकी है. डॉ. संजय मिश्रा ने एनडीटीवी को बताया कि कई मरीज निजी अस्पतालों में भी इलाजरत हैं, लेकिन स्वाइन फ्लू की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सभी पैथोलॉजी लैब को सरकार को पहले रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं.

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जानिए कैसे फैलता है स्वाइन फ़्लू

बारिश के मौसम में सूर्य न निकलने के कारण विभिन्न वायरस पनपते हैं, जिसमें स्वाइन फ्लू का वायरस भी शामिल है. डॉ. संजय मिश्रा ने बताया कि सर्दी, खांसी, बुखार और गले में खराश जैसे लक्षण होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कोविड के समय की तरह स्वाइन फ्लू के मरीजों को भी आइसोलेशन में रहना चाहिए ताकि यह बीमारी दूसरों में न फैले.

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क्या है इस बीमारी के लक्षण ?

स्वाइन फ्लू, जिसे एच1एन1 फ्लू भी कहा जाता है, एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा वायरस है जो सूअरों में पाया जाता है लेकिन कभी-कभी इंसानों में भी फैल सकता है. इसके लक्षण सामान्य फ्लू जैसे होते हैं, जिसमें बुखार, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द, सिरदर्द, ठंड लगना और थकान शामिल हैं. गंभीर मामलों में यह निमोनिया या सांस लेने में कठिनाई पैदा कर सकता है, जो जानलेवा हो सकता है. स्वाइन फ्लू के फैलने का मुख्य तरीका संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से निकलने वाली बूंदों के संपर्क में आना है. इससे बचाव के लिए नियमित हाथ धोना, भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना और वैक्सीन लगवाना प्रभावी उपाय हो सकते हैं.

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