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लॉकडाउन में शुरू की थी MPPSC की तैयारी, पहले बने जनपद CEO, होमगार्ड का बेटा अक्षांश श्रीवास्तव अब बना डिप्टी कलेक्टर

Akshansh Shrivastava Success Story: अक्षांश श्रीवास्तव ने 12th तक सरस्वती विद्या मंदिर दतिया से पढ़ाई की. इसके बाद दतिया के शासकीय पीजी कॉलेज से B.SC किया. लॉकडाउन के समय अप्रैल 2020 में MPPSC की तैयारी प्रारंभ की. तैयारी के लिए किसी कोचिंग को ज्वाइन नहीं किया, बल्कि सेल्फ स्टडी और ऑनलाइन रिसोर्सेज पर भरोसा किया.

लॉकडाउन में शुरू की थी MPPSC की तैयारी, पहले बने जनपद CEO, होमगार्ड का बेटा अक्षांश श्रीवास्तव अब बना डिप्टी कलेक्टर

लोग कहते हैं कि दिल में अगर जज्बा हो तो हर मुकाम आदमी हासिल कर सकता है. ऐसा ही कर दिखाया है दतिया के अक्षांश श्रीवास्तव ने. दतिया के अक्षांश ने एमपीपीएससी की टॉपर लिस्ट में डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित हुए हैं. वर्तमान में है टीकमगढ़ के बल्देवगढ़ में जनपद सीईओ है. अक्षांश ने सेल्फ स्टडी कर एमपीपीएससी क्रैक किया है. 

होमगार्ड के बेटा बना डिप्टी कलेक्टर

अक्षांश श्रीवास्तव के पिता होमगार्ड में सैनिक पद पर है. इनकी माता प्राइवेट शिक्षक हैं. अक्षांश का कहना है पारिवारिक स्थिति को देखते हुए उन्होंने सेल्फ स्टडी की. उनहोंने बताया कि प्राइमरी से इंटर तक सरस्वती विद्या मंदिर में अध्ययन किया. उसके बाद शासकीय पी जी कॉलेज दतिया में शिक्षा ग्रहण की.

घर में रहकर की पढ़ाई 

अक्षांश श्रीवास्तव ने कहा कि मैंने कोरोना का सदुपयोग किया है और घर में रहकर पढ़ाई की. मोटिवेट होने के लिए सोशल साइड का सहारा लिया. आर्थिक स्थिति मजबूत न होने के कोचिंग का सहारा नहीं लिया है. माता-पिता का आशीर्वाद और दोस्ती यारों का मोटिवेशन मिला है. इस मौके पर अक्षांश श्रीवास्तव ने कहा यदि व्यक्ति लक्ष्य तय कर ले तो मंजिल दूर नहीं होती है.. उसे व्यक्ति के पास आर्थिक बाधा छोटी होती है. 

अक्षांश श्रीवास्तव पिताजितेंद्र श्रीवास्तव होमगार्ड में सैनिक है.वहीं माता श्रीमती चंद्रप्रभा श्रीवास्तव शिक्षक हैं. अक्षांश के 2 बड़ी बहने हैं. 

लॉकडाउन में शुरू की थी PSC की तैयारी

अक्षांश श्रीवास्तव ने 12th तक सरस्वती विद्या मंदिर दतिया से पढ़ाई की. इसके बाद दतिया के शासकीय पीजी कॉलेज से B.SC किया. लॉकडाउन के समय अप्रैल 2020 में MPPSC की तैयारी प्रारंभ की. तैयारी के लिए किसी कोचिंग को ज्वाइन नहीं किया, बल्कि सेल्फ स्टडी और ऑनलाइन रिसोर्सेज पर भरोसा किया.

चौथे प्रयास में बने डिप्टी कलेक्टर

बता दें कि अक्षांश श्रीवास्तव का डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयन 4th अटेम्प्ट में हुआ है. दरअसल, 2020 में पहले अटेम्प्ट  में इंटरव्यू तक पहुंचे, लेकिन फाइनल लिस्ट में नाम नहीं आया. MPPSC 2021 में जनपद सीईओ का पद प्राप्त किया. इसके बाद 2022 में फिर एमपीपीएससी का एग्जाम दिया. इस बार उन्होंने इटरव्यू दिया, लेकिन फाइनल लिस्ट में नाम नहीं आया. वहीं चौथी बार MPPSC 2023एग्जाम दिया और इस बार उनका चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ.

भगवान महाकाल को दिया सफलता का श्रेय

अक्षांश श्रीवास्तव ने कहा कि मैं अपनी इस सफलता का श्रेय भगवान महाकाल और अपने माता-पिता और बहनों को देना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे हमेशा मोटिवेट किया और मेहनत के लिए प्रेरित किया.

बता दें कि एमपीपीएससी की टॉपर लिस्ट में नाम आने के बाद अक्षांश श्रीवास्तव अपने घर दतिया पहुंचे, जहां उनके परिवार, दोस्त और रिश्तेदारों ने स्वागत किया और बधाई दी. इस दौरान वो अपने दोस्तों के साथ खुशी मनाकर नाचते हुए नजर आए.

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