Jabalpur Model High School Redevelopment: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर जिले की 120 वर्ष पुरानी ऐतिहासिक मॉडल हाई स्कूल (Historic Model High School) की प्राचीन बिल्डिंग (Ancient Building) को तोड़ा जा रहा है. इस बिल्डिंग के कुछ हिस्से को नए AG आफिस के लिए तोड़े जाने से मॉडल स्कूल के पूर्व छात्र गुस्से में हैं. छात्र नहीं चाहते कि पुरातात्विक महत्व की बिल्डिंग को तोड़ा जाए. इसलिए छात्रों ने अपना विरोध प्रकट करने के लिए स्कूल की प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना के सामने अपना विरोध प्रकट किया. सरकार की तरफ से आश्वासन दिया गया है कि जो हिस्सा तोड़ा गया है उसका पुनर्निर्माण ठीक उसी तरह किया जाएगा जैसे बिल्डिंग पहले थी.
कलेक्टर ने छात्रों को किया आश्वासित
जिला कलेक्टर सक्सेना ने कहा कि स्कूल के प्रति छात्रों की श्रद्धा गौरव की बात है. उन्होंने छात्रों से कहा, 'आप लोग स्कूल के पूर्व रूप या आधुनिक व नवीनतम रूप में जैसा चाहेंगे वैसा ही क्षतिग्रस्त भाग का पुनर्निर्माण कराया जाएगा.' उन्होंने विशेष रूप से कहा कि भावी पीढ़ी के कल्याण को दृष्टिगत रखते हुए इसे आधुनिक स्वरूप में लाना ज्यादा उचित प्रतीत होता है. उन्होंने कहा कि मॉडेलियन का लगाव जिस प्रकार इस स्कूल के प्रति है. यदि वैसे ही शहर व नर्मदा नदी के प्रति भी हो तो शहर व नर्मदा संरक्षण में बहुत बड़ा योगदान होगा.
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बिल्डिंग निर्माण को लेकर कही ये बड़ी बात
मॉडलियन डॉ. जितेंद्र जामदार ने कहा कि अब भविष्य में मॉडल स्कूल को जमीन अन्य प्रायोजन के लिए हस्तांतरित न की जाए. साथ ही स्कूल की जमीन का सीमांकन कर बाउंड्री वॉल की आवश्यकता पर जोर दिया. संबंधित संस्था के प्राचार्य ने कहा कि फिलहाल पढ़ाई में किसी प्रकार का व्यवधान नहीं है, फिर भी शिक्षण सत्र के शुरू होने तक नई बिल्डिंग मिल जाने से उन्हें सहूलियत होगी. बैठक में डॉ. राजेश धीरावानी सहित अन्य मॉडेलियन ने कलेक्टर श्री सक्सेना को ज्ञापन सौंपकर अपने सारगर्भित विचार रखे.
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