
MP News in Hindi : अशोकनगर (Ashok Nagar) शहर में पुराने ओवरब्रिज के टूटने के बाद अब जिला प्रशासन का इस पर ध्यान गया है. तमाम अधिकारी इस समस्या के समाधान में जुट गए हैं. दरअसल, शहर में बने 30 साल पुराने पुराने ओवर ब्रिज में दो दिन पहले बड़ा गड्ढा देखा गया और देखते ही देखते ओवर ब्रिज की सीसी पूरी तरह टूट गई और पूरा ब्रिज एक बड़े गड्ढे में तब्दील हो गया. इस पुल की स्थिति इतनी खराब हो चुकी थी कि इस कारण पुल का एक बड़ा हिस्सा टूट गया, जिससे यहां से गुजरने वाले लोगों को परेशानी हो रही थी और जब मामला स्थानीय सांसद व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के संज्ञान में आया, तो उनके निर्देश पर ब्रिज कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने पुल का जायजा लिया.
केंद्रीय मंत्री के निर्देश के बाद जांच करने पहुंचे अफसर
रविवार को ग्वालियर से ब्रिज कॉर्पोरेशन के कार्यपालन यंत्री रविन्द्र शर्मा इस मामले का जायजा लेने के लिए अशोकनगर पहुंचे. उन्होंने पुराने पुल का निरीक्षण करने के बाद यहां बढ़ते यातायात के दबाव को देखते हुए नए ओवरब्रिज बनाने के लिए नए जगह का चयन भी किया.
35 साल पहले माधव राव सिंधिया ने बनाया था पुल
मूल रूप से यह पुल 35 साल पहले तत्कालीन सांसद स्व. माधवराव सिंधिया ने बनवाया था. यह पुल शहर के ट्रैफिक को सुधारने के लिए बनाया गया था ताकि रेलवे लाइन के दोनों पार के लोग आसानी से आ-जा सकें. लेकिन समय के साथ इस पुल पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ता गया और यह अब जर्जर हो गया. साथ ही चूहों ने इसके अंदर अपने बिल बना लिए थे जिससे पुल की सीसी का एक बड़ा हिस्सा टूट गया और उसमें एक बड़ा गड्ढा बन गया. इस कारण लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कतें हो रही थीं और दुर्घटना का डर भी बढ़ गया था.
ओवर ब्रिज को ठीक करने की कवायद शुरू
अब इस पुराने पुल को ाठीक करने की योजना बनाई जा रही है ताकि यह आगे भी इस्तेमाल हो सके. इसके साथ ही नए ओवरब्रिज का निर्माण भी किया जाएगा. इस मौके पर सांसद प्रतिनिधि सतेंद्र भारिल और अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे. ब्रिज कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने पुल के आसपास के स्थानों का जायज़ा लिया और नए पुल के निर्माण के लिए जगह का चुनाव किया.
कैसे खोखला हुआ ब्रिज ?
गौरतलब है 30 साल पुराने ओवर ब्रिज पर गड्ढे होने से लगातार ट्रैफिक जाम हो रहा है. पूरे मामले में जब ब्रिज कॉरपोरेशन के इंजीनियर रवि शर्मा ने बताया कि सालों से लगातार चूहे इसके अंदर से मिट्टी बाहर निकालते रहे और अंदर ही अंदर खोखला करते रहे जिसके चलते ओवर ब्रिज सीसी का स्लैब अचानक से टूट गया.
ये भी पढ़ें :
MP में चूहे खा गए 30 साल पुराना ओवर ब्रिज, PWD विभाग ने किया अजीबोगरीब दावा