कैसे पढ़ेगा INDIA? सरकारी स्कूल में टीचर ने कौड़ियों के दाम बेची किताबें, Viral Video में हुआ खुलासा

शिवपुरी जिले से चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक सरकारी स्कूल शिक्षक (Shivpuri teacher viral video) बच्चों की किताबें रद्दी में बेचता हुआ कैमरे में कैद हुआ. Education scam in India से जुड़ा यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. Education department ने जांच शुरू कर दी है.

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Teacher Viral Video: शिवपुरी जिले से शिक्षा व्यवस्था को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक सरकारी स्कूल का शिक्षक बच्चों की पढ़ाई के लिए आई किताबों को रद्दी के भाव बेचता हुआ कैमरे में कैद हो गया. जैसे ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, विभाग में हड़कंप मच गया और अधिकारी जांच में जुट गए.

वीडियो में पकड़ा गया 'शिक्षा का धंधा'

शिवपुरी जिले की पिछोर तहसील के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक किताबों को तौलकर रद्दी में बेचते हुए वीडियो में नजर आ रहा है. बताया जा रहा है कि ये वही किताबें थीं जो बच्चों को पढ़ने के लिए स्कूल में आई थीं. वीडियो वायरल होते ही लोगों ने सवाल उठाए कि आखिर बच्चों की पढ़ाई का सामान कब से रद्दी समझा जाने लगा.

शिक्षक का पक्ष – किताबों में लगी थी दीमक 

जब आरोपी शिक्षक किशनलाल शिवहरे से इस मामले में पूछा गया तो उसने सफाई दी कि किताबें पुरानी और दीमक लगी हुई थीं. उसके मुताबिक, इन किताबों को बेचने से पहले उसने पालक-शिक्षक संघ से अनुमति ली थी. शिवहरे ने बताया कि करीब 60 किलो पुरानी किताबें बेची गई थीं और यह पैसा बच्चों के हित में इस्तेमाल करने की योजना थी.

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शिक्षा विभाग ने शुरू की जांच 

वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग हरकत में आ गया. BRC सुरेश गुप्ता, पिछोर, ने बताया कि वीडियो सामने आने के बाद तुरंत एक जांच टीम गठित कर दी गई है. टीम को स्कूल भेजा गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वास्तव में कितनी किताबें बेची गईं और क्या अनुमति ली गई थी या नहीं.

लापरवाही पर उठे सवाल

इस घटना ने शिक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. बच्चों को दी जाने वाली किताबें अगर शिक्षक ही बेचने लगें, तो फिर शिक्षा का स्तर कैसे सुधरेगा? फिलहाल विभाग जांच के बाद आगे की कार्रवाई करने की बात कह रहा है, लेकिन इस पूरे मामले ने सिस्टम की लापरवाही को एक बार फिर उजागर कर दिया है.

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