Shivpuri Girl Dies Malnutrition: मध्य प्रदेश के शिवपुरी में कुपोषण से एक बच्ची की मौत का मामला सामने आया है. इस बच्ची की उम्र 1 साल 3 महीना बताई गई है, जबकि बच्ची का कुल वजन 3 किलो 700 ग्राम रिकॉर्ड किया गया है. बच्ची बेहद कुपोषित हालत में जिला चिकित्सालय लाई गई थी, जहां उपचार के दौरान मौत हो गई.
कुपोषित बच्ची की मौत
स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ डॉक्टर संजय रिशेश्वर का कहना है कि उसे सही समय पर इलाज के लिए परिवारजनों ने कुपोषण केंद्र में भर्ती नहीं किया. यही वजह है कि बच्ची की मौत हो गई, जबकि बच्ची की मां का आरोप है कि उसके ससुराल वालों ने बेटी के चलते उसका उपचार नहीं कराया. मृतक बच्ची का नाम दिव्यांशी बताया गया है.
मात्र 3.700 किलोग्राम वजह की थी बच्ची
जानकारी के अनुसार, दिव्यांशी ने शनिवार की दोपहर जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया. सीएमएचओ के अनुसार, एक अगस्त को दस्तक अभियान के तहत बच्ची को चिह्नित किया गया था. बच्ची का वजन 3.700 किलोग्राम था, जबकि हिमोग्लोबिन 7.4 ग्राम. वहीं हाइट 6.4 सेमी दर्ज है.
अधिकारियों ने क्या कहा?
कुपोषित बच्ची सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज थी. अब सरकारी जिम्मेदार अफसर मामला परिवार वालों पर डालकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने हुए नजर आए. अधिकारियों ने बताया कि हमने परिवार वालों को इस बात के लिए समझाया था कि वह बच्ची को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवा दें, लेकिन उसके परिवार वाले उसे अस्पताल में भर्ती करवाने के लिए तैयार नहीं हुए. इतना ही नहीं बीमार बच्ची को लेकर इलाके के सरपंच से संपर्क कर मोहल्ले, पड़ोस के लोगों की पंचायत बुलवा कर दिव्यांशी के परिवार वालों को समझाइश दी गई. इसके बाद उसे उपचार के लिए अस्पताल भर्ती करवाया गया, लेकिन बच्ची दिव्यांशी को नहीं बचाया जा सका.
मां ने ससुराल पर लगाया आरोप
मृतक बच्ची की मां का आरोप है कि बेटी को जन्म दिया तो मेरे ससुराल वालों ने मुझे और अधिक प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. बेटी बीमार होती तो उपचार करवाने से इंकार कर देती और कहती कि लड़की है, इसे मर जाने दो. मेरी सास को कोई समझाता था तो वह समझने को तैयार नहीं होती. पति और देवर से इलाज के लिए बोलती तो वो मुझे मारते थे.
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