कूनो में गूंजी किलकारी, चीता मुखी ने 5 शावकों को दिया जन्म, सीएम बोले- चीता प्रोजेक्ट के लिए ऐतिहासिक क्षण!

Kuno National Park: कूनो से आई खुशखबरी को सीएम मोहन ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया. पांच शावकों के जन्म को चीता प्रोजेक्ट के लिए ऐतिहासिक करार देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में जन्मीं चीता मुखी ने शावकों को जन्म देकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है.

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FIRST INDIAN SOUL BORN CHEETAH MUKHI BIRTH TO FIVE CUBS IN KUNO NATIONAL PARK, SHEOPUR, MP

Cheetah Mukhi Gave Birth Five Cubs: मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क से बड़ी खुशखबरी आई है. कूनो नेशनल पार्क में जन्मीं चीता मुखी ने पांच शावकों को जन्म दिया है. यह पहली बार है जब भारतीय जमीन पर जन्मीं किसी मादा चीता ने शावकों को जन्म दिया है. सीएम मोहन ने चीता प्रोजेक्ट के लिए इसे ऐतिहासिक करार दिया है.

कूनो से आई खुशखबरी को सीएम मोहन ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया. पांच शावकों के जन्म को चीता प्रोजेक्ट के लिए ऐतिहासिक करार देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में जन्मीं चीता मुखी ने शावकों को जन्म देकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है.

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शावकों को जन्म देने वाली मुखी भारत में जन्मी पहली चीता बनीं

रिपोर्ट के मुताबिक कूनो नेशनल पार्क में पांच शावकों को जन्म देने वाली चीता मुखी भारत में जन्मी पहली चीता बन गई है, जिसने भारत में शावकों को जन्म दिया है. चीता मुखी द्वारा जन्म दिए पांचों शावक स्वस्थ हैं. करीब 3 वर्षीय चीता मुखी द्वारा जन्म दिए शावकों की जानकारी सीएम ने खुद अपने सोशल मीडिया हैंडल पर दी.

सीएम बोले, चीता प्रोजेक्ट के लिए शावकों का जन्म एक बड़ी उपलब्धि 

सीएम डा. मोहन यादव ने कूनो नेशनल पार्क में पांच शावकों के जन्म को चीता प्रोजेक्ट के लिए बड़ी उपलब्धि बताया है. उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल पर जानकारी साझा करते हुए सीएम ने बताया कि, मां चीता मुखी  और उसके बच्चे स्वस्थ हैं. उन्होंने आगे कहा, यह भारतीय चीता रीइंट्रोडक्शन इनिशिएटिव के लिए एक बहुत बड़ी कामयाबी है.

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दक्षिण अफ्रीका से कूनो नेशनल पार्क में लाई चीता मुखी की उम्र 33 महीने की है. चीता मुखी भारत में जन्मीं पहली मादा चीता बन गई है, जिसने शावकों को जन्म दिया है. भारतीय चीता प्रोजेक्ट के लिए एक बड़ी कामयाबी बताते हुए सीएम ने इसे ऐतिहासिक क्षण करार दिया है.

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'भिन्न चीतों की आबादी बढ़ाने की उम्मीद को मज़बूत करने में बड़ा कदम'

बकौल सीएम, भारत में जन्में चीते का सफल प्रजनन, भारतीय जगहों पर इस प्रजाति के एडैप्टेशन, हेल्थ और लंबे समय की संभावनाओं का एक मज़बूत संकेत है. यह बड़ा कदम भारत में आत्मनिर्भर और जेनेटिकली अलग-अलग तरह के चीतों की आबादी बनाने की उम्मीद को और मज़बूत करता है, जिससे देश के कंज़र्वेशन के लक्ष्य और आगे बढ़ेंगे.

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दक्षिण अफ्रीका से कूनो लाई गई चीता द्वारा जन्में 3 शावकों में से 1 है मुखी

गौरतलब है करीब 33 महीने पहले दक्षिण अफ्रीका से कूनो नेशनल पार्क लाई गई चीता ने तीन शावकों को जन्म दिया था, उनमें से दो शावकों की मौत हो गई थी, लेकिन मादा चीता मुखी ने जीवटता दिखाई. जन्म के समय बहुत कमजोर, छोटी मुखी को कूनो वनकर्मियों ने दिन रात सेवा से जिंदा बची ने आज पांच शावकों को जन्म देकर इतिहास रच दिया है.

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