गरीब बनने वाले अमीर यहां हजारों में हैं ! सीहोर में 25 लाख टर्न ओवर वाले भी उठा रहे हैं BPL कार्ड का फायदा

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के पड़ोसी जिले सीहोर से चौंकाने वाली खबर सामने आई है. यहां हजारों की संख्या में ऐसे परिवार सामने आए हैं जो संपन्न हैं लेकिन सरकार BPL कार्ड का फायदा ले रहे हैं. ऐसे परिवार आयुष्मान योजना का भी लाभ उठा रहे हैं. इसमें से कई परिवार तो अपनी कंपनी भी चला रहें, कुछ का टर्न ओवर 25 लाख से ज्यादा का है तो कई ऐसे लोग भी हैं जो बाकायदा GST भी भर रहे हैं.

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Sehore PDS Corruption: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के पड़ोसी जिले सीहोर से चौंकाने वाली खबर सामने आई है. यहां हजारों की संख्या में ऐसे परिवार सामने आए हैं जो संपन्न हैं लेकिन सरकार BPL कार्ड का फायदा ले रहे हैं. ऐसे परिवार आयुष्मान योजना का भी लाभ उठा रहे हैं. इसमें से कई परिवार तो अपनी कंपनी भी चला रहें, कुछ का टर्न ओवर 25 लाख से ज्यादा का है तो कई ऐसे लोग भी हैं जो बाकायदा GST भी भर रहे हैं. जिले में सालों से गरीबों का राशन ले रहे ऐसे 2483 परिवारों को विभाग ने चिह्नित किया है. अब उनसे जवाब मांगा गया है जो संतोषप्रद नहीं होगा तो उन पर कार्रवाई भी की जाएगी.

आधार नंबर से सच्चाई पकड़ में आई

दरअसल बीते दिनों जिले के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग पीडीएस सिस्टम से राशन लेने वाले लोगों की ई केवाईसी कर रहा है. ये अभियान कई महीनों से चल रहा है. इसी दौरान लाभार्थियों के आधार कार्ड की जांच की गई तो कई चौंकाने वाली बाते सामने आईं. जिले में हजारों परिवार ऐसे मिले हैं जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी है लेकिन वे सालों से गरीबों का राशन ले रहे हैं. इसमें ऐसे लोग शामिल हैं जो साल में लाखों रुपये टैक्स के तौर पर जमा करते हैं. कई तो बड़े बिजनेसमैन भी हैं. KYC अभियान के दौरान इन लोगों के आधार नंबर से उनकी सच्चाई पकड़ में आई.

तीन श्रेणियों में अपात्र माना गया इन्हें

दरअसल विभाग ने E-KYC अभियान के दौरान तीन श्रेणियों में इनको अपात्र माना. जिसमें पहली कटेगरी उन लोगों की है जिनकी सालाना आय 6 लाख रुपये ज्यादा है. दूसरे पंजीकृत कंपनियों के संचालक के पदों पर कार्यरत लोग और तीसरी कटेगरी में 25 लाख सालाना टर्न ओवर और GST भुगतान करने वाले लोग शामिल हैं. विभाग ने ऐसे 2483 अपात्र परिवार चिह्नित किए हैं. अब खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने ऐसे अपात्र परिवारों को नोटिस भेजे हैं। इसके उपरांत खाद्यान्न पोर्टल से नाम काटने की कार्यवाही की जाएगी.

जिले में 10 लाख से ज्यादा लाभार्थी

जिले में वर्तमान की स्थिति में 2 लाख 27 हजार 817 परिवारों के 10 लाख 15 हजार 536 सदस्य सरकारी राशन को प्राप्त कर रहे हैं. इन राशन हितग्राहियों की खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा E KYC की जा रही है. इसमें जिले में 92 प्रतिशत हितग्राहियों की E KYC हो चुकी है, 9 लाख 34 हजार राशन हितग्राही ईकेवायसी करा चुके हैं.वहीं जिले में 595 राशन की दुकानों से राशन वितरित किया जाता है.

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