Sehore Hit and Run Case:मध्यप्रदेश के सीहोर में हुए एक सनसनीखेज हिट एंड रन मामले में एक हफ्ते बाद भी पुलिस के हाथ खाली है. ये हालत तब जबकि इस घटना का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है और पुलिस तीन आरोपी युवकों को घटनास्थल से ही लेकर कोतवाली भी गई थी...लेकिन अब पुलिस अब कह रही है कि आरोपी 'अज्ञात' है. ये हादसा सेकड़ाखेड़ी मार्ग पर सुबह-सुबह हुआ था जब लोग मॉर्निंग वाक कर रहे थे. जिसमें एक युवक जरीफ खान की मौके पर मौत हो गई और दूसरा धर्मेश नामक युवक गंभीर रूप से घायल है और उसका इलाज एम्स में चल रहा है. ये बात भी सामने आई है कि जिस स्विफ्ट कार से हादसा हुआ वो स्थानीय भाजपा नेता राजू राजपूत का है. अहम बात ये भी है कि सिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा भी दुर्घटना के समय मॉर्निंग वाक कर रहे थे और वो भी इससे बाल-बाल बच गए.
भाजपा नेता राजू राजपूत का क्या है कनेक्शन?
घटना 26 सितंबर की सुबह करीब 5.30 बजे की है. स्विफ्ट कार (MP 04 CJ 4088) ने दो युवकों को कुचल दिया था. यह तेज रफ्तार अनियंत्रित कार भाजपा नेता और जिला पंचायत सदस्य राजू राजपूत की है. दुर्घटना के तुरंत बाद एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कार में बैठा युवक यह कबूल करता सुना गया था कि "वह राजू राजपूत का बेटा है" और उसने ही एक्सीडेंट किया है. लेकिन इस कबूलनामे के बावजूद, पुलिस अब तक 'अज्ञात' की तलाश कर रही है.इस बीच कार मालिक राजू राजपूत ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए कहा है, "कार तो मेरी है लेकिन कौन ले गया है मुझे पता नहीं है."
पुलिस ने पकड़ा, फिर भी 'अज्ञात'आरोपी की तलाश
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि एक्सीडेंट के बाद कार डिवाइडर से टकरा गई थी और उसमें तीन युवक सवार थे. मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस को बुलाया. पुलिस की 112 वाहन तीनों युवकों को घटनास्थल से थाना कोतवाली ले आई थी.सबसे बड़ा सवाल यह है कि प्रत्यक्षदर्शियों के सामने, वायरल वीडियो में कबूलनामे के साथ, जब पुलिस ने युवकों को पकड़ा और थाने लाई, तो ऐसी कौन सी मजबूरी आ गई कि उन्हें तत्काल छोड़ दिया गया और एफआईआर अज्ञात आरोपी के खिलाफ दर्ज की गई? घटना पर जब NDTV ने सीएसपी सीहोर अभिनन्दना शर्मा से सवाल किया तो उन्होंने कहा- जांच की जा रही है, साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और गवाहों के बयान लिए जा रहे हैं. कार चालक फरार है जिसकी तलाश की जा रही है.टीआई थाना कोतवाली सीहोर, रविन्द्र यादव ने भी कहा-घटना के संबंध में पुलिस जांच चल रही है और घटनास्थल पर मौजूद लोगों के बयान लिए जा रहे हैं.
क्या पुलिस पर है भारी दबाव?
पुलिस की इस पूरी कार्रवाई से सवाल उठता है कि क्या वो भाजपा नेता के बेटे को बचाने का प्रयास कर रही है. एक्सीडेंट करने वालों को थाने लाने के बावजूद छोड़ देना और एक हफ्ता बाद भी 'अज्ञात' आरोपी की तलाश करना कई दूसरे सवाल भी खड़े करता है. इस घटना को लेकर पुलिस के बड़े अफसर भी ख़ामोश हैं.
पंडित प्रदीप मिश्रा भी थे घटनास्थल पर
इस बीच, यह भी जानकारी सामने आई है कि प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा भी दुर्घटना के समय सेकड़ाखेड़ी मार्ग पर ही मॉर्निंग वॉक कर रहे थे और वह इस तेज रफ्तार हादसे में बाल-बाल बच गए. कथावाचक का उसी समय वहीं मौजूद होना इस घटना को और अधिक चर्चा में ला रहा है. वायरल वीडियो वो भी पीले कपड़े में दिखाई दे रहे हैं. जाहिर है इस पूरी घटना को लेकर पुलिस की साख दांव पर है.
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