Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के सतना जिले के सबसे बड़े अस्पताल के कर्मचारियों ने अपनी अवैध कमाई का अड्डा बना लिया है. दलाली और मनमानी के लिए बदनाम सरदार वल्लभ भाई पटेल जिला चिकित्सालय में नर्स की अवैध वसूली का वीडियो सामने आया है. यहां एक प्रसूता का डिस्चार्ज कार्ड और दवाई बनाने के एवज में पैसा लिया गया और उसका वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो कब का है फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हुई, लेकिन इस घटना के बाद से जिला अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है.
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल के प्रसूति वार्ड से लगा एक पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड है. जिसका कक्ष क्रमांक चार है. यहां की प्रभारी नर्स के द्वारा प्रसूताओं की छुट्टी के बाद बनने वाले डिस्चार्ज कार्ड के बदले पैसे लिए जाते हैं. यहां पर यह खेल लंबे समय से चल रहा है, लेकिन अब जाकर वार्ड प्रभारी नर्स का वीडियो सामने आया है. फिलहाल अस्पताल प्रशासन इस मामले में चुप्पी साधकर बैठा है.
क्यों खास है डिस्चार्ज कार्ड
जानकार बताते हैं कि बिना डिस्चार्ज कार्ड के बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र और प्रसूता महिलाओं को मिलने वाली आर्थिक सहायता इसी पर निर्भर रहती है. ऐसे में डिस्चार्ज कार्ड यहां की नर्सेस की अवैध कमाई का जरिया बन चुका है. प्रसूति सहायता पाने के लिए यह बेहद जरूरी होता है. ऐसे में दबाव बनाने के लिए यह काफी माना जाता है.
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यहां ड्यूटी के लिए लगती है बोली
अस्पताल से जुड़े लोगों की मानें तो इस वार्ड का प्रभारी बनने के लिए बोली लगती है. मैट्रन अपनी पसंद की नर्स को यहां पर तैनात करती हैं. चूंकि यह शाखा रोजाना तीन से चार हजार की आमदनी का स्थान माना जाता है. ऐसे में यहां का प्रभारी बनने के लिए नर्सों के बीच वर्चस्व की जंग चलती है. माना जा रहा है कि इसी जंग के चलते वसूली का वीडियो वायरल हुआ है.
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