पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जब सांची आए थे तो खुद उन्होंने और इलाके के स्थानीय विधायक प्रभुराम चौधरी ने विकास कार्यों की एक पूरी लिस्ट गिनाई थी लेकिन सांची नगर परिषद की जमीनी हकीकत कुछ और ही है. अधिकारियों की लापरवाही का आलम ये है कि जिन सड़कों के लिए सालों पहले भूमि पूजन हुआ वहां अब तक निर्माण कार्य तक शुरू नहीं हुआ.
दलदल में निकाली गई शवयात्रा
सांची में शमशान घाट तक पहुंचने के लिए ना तो मार्ग है ना ही कोई नगर परिषद के तरफ से खास इंतजाम भी नहीं किए गए हैं. दरअसल, सांची वार्ड नं 14 में एक व्यक्ति की मौत हो गई. मृतक के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए बडी संख्या में लोग उपस्थित हुए. उनका अंतिम संस्कार वार्ड नं 1 में स्थित श्मशान घाट पर किया गया, लेकिन इस श्मशान घाट पर शवयात्रा के लिए दल-दल से होकर गुजरना पड़ा.
दलदल में मृतक का अंतिम संस्कार करना यातना से कम नहीं
इस मार्ग कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं. इतना ही नहीं बारिश के चलते इन गड्ढे में पानी भरा हुआ है, जिससे मार्ग पर चलना काफी मुश्किल हो गया है. वहीं इस दल-दल में लोगों ने शव को श्मशान घाट तक ले गए.
ये भी पढ़े: छतरपुर : जमीनी विवाद में किसान की मौत, परिजनों ने जाम किया हाईवे
अंतिम संस्कार में शामिल लोगों पर मधुमक्खियों ने किया हमला
इतना ही नहीं शव के अंतिम संस्कार के दौरान शवयात्रा में शामिल लोगों पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया. लोगों में भगदड़ मच गई और दलदली कीचड़ में गिरते पड़ते लोगों को भागने पर मजबूर होना पड़ा. वहीं इस दौरान लगभग पच्चीस लोग मधुमक्खियों के हमले के चपेट में आ गए. घायल लोगों को तत्काल सांची अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से उन्हें विदिशा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है. वहीं कुछ लोगों का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. बता दें कि ये हालात उस विधानसभा के हैं जहां के स्थानीय विधायक स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी पूरे प्रदेश में विकास के अलग-अलग दावे कर रहे हैं.
ये भी पढ़े: छतरपुर में करंट लगने से युवक की मौत, जनपद पंचायत की छत पर रखने गया था पानी