सागर में थम गए सिटी बसों के पहिये, बस संचालन में हो रहा बंपर घाटा, क्या है पूरा मामला?

ठेकेदार हेमंत सेन ने बताया कि बस की कीमतों की सब्सिडी राशि का भुगतान नहीं हो रहा है. हालात ये हैं कि अब डीजल का खर्च भी नहीं निकल रहा है.

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सागर में रुक गए सिटी बसों के पहिये

सागर : सागर स्मार्ट सिटी की ओर से संचालित एक दर्जन से अधिक सिटी बसों के पहिये शनिवार को थम गए. कलेक्ट्रेट परिसर में खड़ी सिटी बसों के ठेकेदार ने प्रशासन पर आरोप लगाए हैं कि प्रशासन के असहयोग के चलते सिटी बस संचालन में घाटा हो रहा है. कई दफा स्मार्ट सिटी को ज्ञापन के माध्यम से समस्याएं हल करने को कहा गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. लिहाजा शनिवार को सड़कों से बसें हटा ली गई हैं.

क्या है पूरा मामला?
सागर में स्मार्ट सिटी की ओर से सिटी बस प्रोजेक्ट के तहत तीन माह पहले ही एक दर्जन बसों की सेवा शुरू की गई थी. अनुबंध के तहत निजी बस ऑपरेटर को सब्सिडी सहित अन्य सुविधाएं देने की शर्तों के साथ शुरू हुई, सिटी बस सेवा में अब प्रशासन ठेकेदार का सहयोग नहीं कर रहा है जिसके चलते सिटी बसों के संचालन में ऑपरेटर को घाटा हो रहा है. कई बार स्मार्ट सिटी से गुहार लगाने के बाद भी जब बस ऑपरेटर की समस्याओं का हल नहीं हुआ तब शनिवार को ऑपरेटर ने एक दर्जनों बसों को रूट पर न भेजकर कलेक्ट्रेट परिसर में खड़ा करवा दिया.

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अवैध ऑटो टैक्सी से हो रहा नुकसान
ठेकेदार हेमंत सेन ने बताया कि बस की कीमतों की सब्सिडी राशि का भुगतान नहीं हो रहा है. साथ ही लंबे रूट के परिमट अभी तक परिवाहन विभाग ने जारी नहीं किए और सबसे ज्यादा नुकसान अवैध रूप से चल रहे ऑटो टैक्सी से हो रहा है जिनके चलते सवारियां नहीं मिल रही हैं. हालात ये हैं कि अब डीजल का खर्च भी नहीं निकल रहा है. उन्होंने कहा, 'इन सब परेशानियों का निराकरण हुए बिना अब हम सिटी बसें सड़क पर और नहीं चला पा रहे हैं. बसों को कलेक्ट्रेट परिसर में खड़ा कर दिए जाने के बाद कलेक्टर और बस ऑपरेटर के बीच समस्याओं के निराकरण के लिए चर्चा जारी है.

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