रात को डिलीवरी हुई सुबह अपनों को भी नहीं पहचान रहीं महिलाएं, अस्पताल में मचा हड़कंप 

MP News: रात को ऑपरेशन से डिलीवरी हुई और दिन भर होश में आने के बाद भी महिलाएं अपने परिजनों को पहचान नहीं पाई.संजय गांधी अस्पताल में हंगामा मच गया. इस तरीके का मामला पहली बार देखने को मिला है. 

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Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के रीवा जिले के अस्पताल में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां ऑपरेशन से जिन महिलाओं की डिलीवरी हुई है वे अपने परिजनों को भी नहीं पहचान पा रही हैं. ऐसा 1-2 नहीं बल्कि आधा दर्जन से ज्यादा महिलाओं के साथ हो रहा है. इस मामले के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया है. 

ये है मामला 

प्रदेश के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक रीवा के संजय गांधी अस्पताल में गुरुवार की रात को लगभग एक दर्जन महिलाओं की ऑपरेशन से डिलीवरी कराई गई थी. डिलीवरी सुरक्षित तरीके से हुई. सभी बच्चे पूरी तरीके से स्वस्थ थे. महिलाओं की हालत भी बेहतर थी. लेकिन शुक्रवार को शाम होते-होते अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई. 

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जब महिलाएं लंबे समय तक होश में नहीं आई, कुछ महिलाएं होश में आई भी लेकिन अपने परिजनों को पहचान ही नहीं पाई. कुछ महिलाएं तो बोल ही नहीं पा रही है. बस इधर-उधर देखती नजर आ रही हैं. 

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परिजन हो रहे परेशान

यह सब देखकर अस्पताल प्रबंधन के होश ही उड़ गए. वहीं महिलाओं के परिजनों का भी बुरा हाल है. महिलाओं की अचानक तबियत बिगड़ने लगी और महिलाएं बेहोश होकर बेसुध हो गईं. महिलाओं की इस हालत को देखकर डॉक्टर सहित परिजन भी हैरान परेशान हैं. किसी की समझ में नहीं आ रहा है कि जब ऑपरेशन बेहतर हुआ तब अचानक ये क्या हो गया? इस बात की जानकारी जब डॉक्टरों को हुई तो उनकी भी समझ में ये नहीं आ पाया कि अचानक महिलाओं को क्या हो गया. आखिर ऐसा क्या हो गया महिलाएं  अपने परिवार वालों को भी नहीं पहचान पा रही हैं. 

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संजय गांधी अस्पताल के अधीक्षक राहुल मिश्रा ने बताया कि अनुसार दो महिलाओं की हालत ज्यादा गंभीर थी, जिन्हें आनन-फानन में आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है. वहीं दूसरी और अलग-अलग मर्ज के स्पेशलिस्ट अस्पताल के गायनी वार्ड में बुलाए गए हैं, जो सभी महिलाओं की जांच कर रहे हैं.  

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जांच के बाद होगा खुलासा

डॉक्टरों की टीम द्वारा कई तरह की जांच कराई गई है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही ये पता चल पाएगा कि ये किस दवा का साइड इफेक्ट है या फिर वजह कोई और है. राहत की बात यह है कि सभी महिलाएं खतरे से बाहर है. लेकिन ऐसा क्यों हुआ इस बात का पता अभी तक नहीं चल पाया है. रीवा के संजय गांधी अस्पताल में लगभग रोज ही एक दर्जन से ज्यादा सिजेरियन ऑपरेशन से डिलीवरी होती है.लेकिन इस तरीके का हादसा पहली बार देखा गया है. जब महिलाओं की हालत इस तरीके से खराब हुई हो. 

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