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रीवा नगर निगम की बैठक में हंगामा, दो महिला पार्षदों में हुई झूमाझटकी

अक्सर दोनों के बीच किसी न किसी मुद्दे पर असहमति होती थी जिससे विवाद होता था. कई बार तो बैठक को स्थगित भी करना पड़ा. इस बार का सारा विवाद निर्दलीय पार्षद नम्रता सिंह को लेकर हुआ.

रीवा नगर निगम की बैठक में हंगामा, दो महिला पार्षदों में हुई झूमाझटकी
रीवा नगर निगम की बैठक में हंगामा, दो महिला पार्षदों में हुई झूमाझटकी

MP News in Hindi : रीवा नगर निगम का 13वां सम्मेलन नगर निगम के हॉल में हुआ. इस बैठक में 15 मुद्दों पर चर्चा की गई. हर बार की तरह इस बार भी बैठक में बहस हुई और हंगामा मचा. बैठक में वार्ड 13 की पार्षद नम्रता सिंह को हॉल से बाहर भेज दिया गया और कमिश्नर को कार्रवाई के लिए पत्र लिखने की बात कही गई. दरअसल, नम्रता सिंह हर बैठक में हॉल में कुर्सियों पर नहीं, बल्कि जमीन पर बैठती हैं और कई सवाल पूछती हैं. इस बार भी उन्होंने सवालों की झड़ी लगा दी जिससे हंगामा शुरू हो गया. पहले साथी पार्षदों ने उन्हें समझाया, फिर उनकी परिषद अध्यक्ष वेंकटेश पांडे से तीखी बहस हो गई. इसके बाद अध्यक्ष ने उन्हें बाहर भिजवा दिया और कार्रवाई के लिए कमिश्नर को पत्र लिखने का निर्देश दिया.

कैसे शुरू हुआ विवाद ?

रीवा नगर निगम में सुबह से ही माहौल गर्म था. कुछ ऐसे प्रस्ताव थे, जिन पर विवाद होने की उम्मीद थी. लेकिन हंगामा वार्ड 13 की पार्षद नम्रता सिंह के सवाल पर हुआ. उन्होंने परिषद अध्यक्ष से सवाल पूछे और जोरदार बहस की, जिसके बाद अध्यक्ष ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया. दरअसल, परिषद और एमआईसी दोनों के अपने-अपने एजेंडे थे. नगर निगम के महापौर ने नम्रता सिंह को आदतन ऐसे हंगामे करने वाला बताया, और परिषद अध्यक्ष भी उनकी हरकत पर नाराज दिखे. बैठक में पहली बार बीजेपी और कांग्रेस के सभी पार्षद नम्रता सिंह के मामले में एकजुट दिखे.

रीवा नगर निगम में MIC कांग्रेस की है और परिषद बीजेपी की

रीवा नगर निगम में महापौर कांग्रेस से हैं, और MIC में कांग्रेस का बहुमत है. वहीं परिषद में बीजेपी का बहुमत है. इसी वजह से सभी बैठकें विवादों से भरी रही हैं. लेकिन इस बार का हंगामा पहले से ज्यादा बड़ा था. अक्सर दोनों के बीच किसी न किसी मुद्दे पर असहमति होती थी जिससे विवाद होता था. कई बार तो बैठक को स्थगित भी करना पड़ा. इस बार का सारा विवाद निर्दलीय पार्षद नम्रता सिंह को लेकर हुआ.

क्या चाहती थीं नम्रता सिंह?

नम्रता सिंह ने नगर निगम से उन अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची मांगी थी जो पदभार संभाल रहे हैं. उन्हें अधिकारियों की लिस्ट दे दी गई थी, लेकिन वह पूरी जानकारी तुरंत चाहती थीं. परिषद अध्यक्ष का कहना था कि उन्हें बाद में जानकारी दी जाएगी परंतु नम्रता सिंह अपनी मांग पर अड़ी रहीं. इस कारण बैठक में विवाद हुआ और उन्हें हॉल से बाहर भेजा गया.

बैठक में 15 मुद्दों पर चर्चा हुई

नगर निगम परिषद की 13वीं बैठक में 15 मुद्दों पर चर्चा होनी थी. एमआईसी ने पहले ही इन मुद्दों को मंजूरी दे दी थी. परिषद की बैठक में टाउन हॉल में गीता भवन की स्थापना, कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम का संचालन, शहर में पार्किंग दरें तय करना और नगर निगम की संपत्तियों का किराया व लीज से जुड़े मुद्दे शामिल थे. 

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