GIS 2025: जापान जाएंगे CM मोहन यादव, ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का कंट्री पार्टनर बनेगा यह देश

GIS 2025: मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विशेषताओं को संजोए हुए जीआईएस-2025 का ऐसा भव्य आयोजन किया जाए कि यह आने वाले प्रतिभागियों के जीवन की बेहतरीन यादों में शामिल हो जाए. उन्होंने कहा कि 2025 को उद्योग वर्ष घोषित किया गया है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
GIS 2025: जापान बनेगा ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का कंट्री पार्टनर

Regional Industry Conclave Shahdol: 16 जनवरी को यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी शहडोल में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (Regional Industry Conclave Shahdol) का आयोजन हो रहा है. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने कहा है कि शहडोल औद्योगिक क्षेत्र की अपार संभावनाओं की भूमि है. कॉन्क्लेव में 28 औद्योगिक इकाइयों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन होगा. इन इकाइयों में 570 करोड़ रूपये का निवेश और 2600 रोजगार का सृजन होगा. वहीं इससे पहले बुधवार 15 जनवरी को कैबिनेट मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा था कि भोपाल में 24-25 फरवरी को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट (GIS 2025) में जापान भी कंट्री पार्टनर के रूप में भाग लेगा. मुख्यमंत्री डॉ यादव की प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिए 27 जनवरी से 1 फरवरी तक जापान यात्रा प्रस्तावित है.

Advertisement

इन्वेस्टर्स मीट से तीन लाख 75 हजार करोड़ के मिले हैं निवेश के प्रस्ताव

मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए बड़ी संख्या में निवेश के प्रस्ताव मिले हैं. सीएम मोहन ने कहा कि अब तक तीन लाख 75 हजार करोड़ से अधिक के प्रस्ताव मिल चुके हैं. इनसे लगभग 84 हजार रोजगार के सृजन की संभावना है. प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिये किये जा रहे प्रयासों से आशातीत सफलताएं मिली है. निवेश छोटा हो या बड़ा हमारे लिये दोनों समान है. हमारा लक्ष्य औद्योगिक विकास के साथ युवाओं को रोजगार देना साथ ही स्व-रोजगार से जोड़ना भी है. इस लक्ष्य की प्राप्ति में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की महती भूमिका रही है.

Advertisement
Advertisement

अब तक हुई आरआईसी में प्राप्त निवेश

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न अंचलों में समान रूप से औद्योगिक विकास और रोजगार के सृजन के लिए अभिनव पहल करते हुए रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव करने का निर्णय लिया गया. प्रदेश की पहली आरआईसी उज्जैन में 1-2 मार्च को हुई, जिसमें एक लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए. दूसरी आरआईसी 20 जुलाई को जबलपुर में हुई, जिसमें 22 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए. 28 अगस्त को ग्वालियर में तीसरी आरआईसी हुई, जिसमें 8 हजार करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए. चौथी आरआईसी सागर में 27 सितंबर को हुई, जिसमें 23 हजार 181 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए. पांचवी आरआईसी रीवा में 23 अक्टूबर को हुई, जिसमें 30 हजार 814 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए. प्रदेश की 6वीं आरआईसी नर्मदापुरम में 7 दिसम्बर 2024 को हुई, जिसमें 31 हजार 800 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए.

यह भी पढ़ें : GIS 2025: ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट से पहले MP में आएगी नई MSME पॉलिसी, जानिए कैसे होगा औद्योगिक विकास

यह भी पढ़ें : आंगनवाड़ी सुपरवाइजर के पदों पर आई बंपर वैकेंसी, यहां देखें-नोटिफिकेशन से आवेदन तक पूरी डीटेल्स

यह भी पढ़ें : MP के 8 लाख लोगों को मिला सपनों का घर... शिवराज और मोहन यादव की जोड़ी ने दी हजारों करोड़ की कई सौगातें

यह भी पढ़ें : Ujjain जेल में हडकंप, एक आरोपी निकला एड्स पीड़ित, महाकाल मंदिर में पैसे लेकर कराता था भस्म आरती