Ground Report: क्या है 'स्कूल चले हम' कार्यक्रम की जमीनी हकीकत, शिक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल

Education System in Sagar: सागर जिले में शिक्षा व्यवस्था की हालत बहुत खस्ता है. यहां के प्राइमरी स्कूल में 6 विद्यार्थी और 3 शिक्षक हैं. मिडिल स्कूल में 7 विद्यार्थी और 5 शिक्षक हैं.

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स्कूलों की हालत खस्ता

MP News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सागर (Sagar) जिले के जिंदा गांव में शिक्षा सत्र 2024-25 की शुरुआत के साथ ही दो स्कूलों में अनियमितताएं सामने आई. पांच साल पहले बंद होने योग्य इन स्कूलों में कुल 13 विद्यार्थियों के लिए 8 शिक्षक नियुक्त हैं. स्कूल की हालत ऐसी है कि इन दो शालाओं (Schools) में जो बच्चे पढ़ते है, उनको भी अच्छी शिक्षा व्यवस्था नहीं मिल रही है. इस हाल से विद्यार्थियों के साथ शिक्षक भी बहुत परेशान हैं. 

प्राथमिक और मिडिल स्कूल की स्थिति

प्राइमरी स्कूल में 6 विद्यार्थी और 3 शिक्षक हैं, जबकि मिडिल स्कूल में 7 विद्यार्थी और 5 शिक्षक हैं. कक्षा 8वीं के चार विद्यार्थी सप्लीमेंट्री में हैं. शिक्षा विभाग के नियमों के अनुसार, 20 से कम विद्यार्थी होने पर स्कूल बंद कर विद्यार्थियों को निकट के स्कूल में भेजा जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. आज भी ये दोनों स्कूल इसी हाल में काम कर रहे हैं और इसकी जिम्मेदारी लेने वाला कोई नहीं है. 

दो स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या महज 13

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डीईओ ने कही ये बात

डीईओ अरविंद जैन का इस पूरे मामले पर कहना है कि इस मुद्दे पर कार्रवाई की जाएगी और गाइडलाइन के अनुसार कम संख्या वाले स्कूल बंद कर दिए जाएंगे. कार्रवाई के लिए फाइल तैयार की जा रही है. अब इसे अप्रूवल के लिए भोपाल भेजा जाएगा. साथ ही बच्चों को अधिक सुविधा देने के लिए स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा. 

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