MP में निकला बेशकीमती खजाना! चमचमाहट देख लोग हुए चकाचौंध, पड़ोसी ने ऐसे किया हाथ साफ

Silver coins Found in Bhind: गिनती करने पर 113 चांदी के सिक्के थे. इन सिक्कों पर उर्दू और फ़ारसी भाषा में अलग-अलग शासकों के नाम अंकित हैं.

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Silver coins found Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के भिंड के गोहद में जलावर्धन योजना के तहत पानी की पाइप लाइन के लिए खोदी जा रही सड़क के नीचे खजाना मिलने से हड़कंप मच गया है. मिट्टी के बर्तन में 113 सिक्के मिले हैं. यह सिक्के मुगलकालीन के बताए जा रहे हैं. इन सिक्कों पर उर्दू और फारसी भाषा में अलग-अलग शासकों के नाम अंकित है, जिसमें आलमजागीर प्रथम, औरंगजेब, बादशाह आलम लिखा है. 

खुदाई में निकला बेशकीमती खजाना

दरअसल, गोहद के वार्ड 11 में जलावर्धन योजना के तहत पानी की पाइप लाइन बिछाने के लिए सड़क खोदी जा रही थी. मजदूर फावड़े से खुदाई का काम कर रहे थे. इसी दौरान उनका फावड़ा एक मिट्टी के बर्तन से फंस गया. मिट्टी के बर्तन को बाहर निकाला गया तो मजदूरों के होश उड़ गए. मिट्टी के बर्तन में चांदी के सिक्के थे. खुदाई के नजदीक एक शख्स राजकुमार गुर्जर की नीयत खराब हो गई. उसने सिक्के से भरी मटकी को छुड़ाकर अपने घर लेकर चला गया. हालांकि सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई.

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मिट्टी के बर्तन में मिले 113 सिक्के

पुलिस ने उस राजकुमार गुर्जर के घर से सिक्के से भरी मटकी को जब्त कर लिया है. इन सिक्कों को स्टील के बर्तन में डालकर धोया गया, जिससे सिक्के चमक उठे. उसकी गिनती करने पर 113 चांदी के सिक्के निकले. सिक्के पर उर्दू और फ़ारसी भाषा मे अलग-अलग शासकों के नाम अंकित थे.

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113 सिक्कों पर मुगलकालीन शासकों के नाम अंकित

उन नामों को पढ़ने के लिए मौके पर एक काजी को बुलाया गया, जिसमें आलमजागीर प्रथम, औरंगजेब, बादशाह आलम लिखा था. जिसके आधार पर यह सिक्के मुगलकालीन शासकों के बताए जा रहे हैं. गोहद टीआई मनीष धाकड़ और गोहद एसडीएम पराग जैन ने खजाना और निकलने की आशंका के चलते मौके पर जेसीबी मशीन बुलाई और उस जगह की खुदाई शुरू करा दी. हालांकि अंधेरा अधिक हो जाने की वजह से खुदाई ज्यादा नहीं हो सकी. बता दें कि अब पुरातत्व विभाग की टीम को बुलाया गया है, जो इन सिक्कों की जांच पड़ताल करेगी.

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गोहद का है ऐतिहासिक महत्व

गोहद का ऐतिहासिक महत्व रहा है. यहां के किले को 15वीं शताब्दी में जाट राजा सिंह देव ने बनबाया था. जानकारों का कहना है कि जिस जगह चांदी के सिक्के मिले हैं वहां आसपास माणिक चौक, राजा के समय के मंदिर और दुर्ग है. पहले भी सिक्के मिल चुके हैं.

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