 
                                            Pooja Pandey SDOP MP Police: मध्य प्रदेश पुलिस के बहुचर्चित ₹2 करोड़ 96 लाख 50 हजार रुपए हवाला डकैती कांड की आरोपी डीएसपी पूजा पांडे समेत 10 पुलिसकर्मी फिर चर्चा में हैं. शुक्रवार को इन सभी को विभिन्न जेलों में शिफ्ट किया गया है. सुरक्षा के लिहाज से सिवनी पुलिस ने यह कदम उठाया है. वहीं, एमपी पुलिस की इस लेडी अफसर के वॉट्सऐप डेटा की तकनीकी जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं. डेटा मिलने के बाद जांच का दायरा बढ़ सकता है और अन्य कई संदिग्धों से भी पूछताछ की जा सकती है.
जानकारी के अनुसार, सिवनी जिला सत्र न्यायालय ने निलंबित एसडीओपी (SDOP) पूजा पांडे समेत सभी आरोपी पुलिसकर्मियों की न्यायिक हिरासत अवधि 13 नवंबर 2025 तक बढ़ा दी है. इसी के तहत शुक्रवार को इन सभी को सिवनी जिला जेल से रीवा और नरसिंहपुर जेल ट्रांसफर किया गया है. एसडीओपी पूजा पांडे की जमानत याचिका पहले ही खारिज हो चुकी है.
किस आरोपी को कहां भेजा?
एसडीओपी पूजा पांडे को केंद्रीय जेल रीवा भेजा गया है, जबकि नरसिंहपुर जेल भेजे गए पुलिसकर्मियों में प्रधान आरक्षक माखन इनवाती, रविंद्र उइके, राजेश जंघेला, आरक्षक योगेंद्र चौरसिया, नीरज राजपूत, जगदीश यादव, रितेश वर्मा, गनमैन केदार बघेल और सुभाष सदाफल शामिल हैं. सिवनी जेल में पहले से कुछ आपराधिक मामलों के आरोपी बंद हैं, जिन्हें जेल भेजने में ये 11 पुलिसकर्मी सहयोगी रहे थे. इसीलिए किसी विवाद से बचने के लिए इन्हें दूसरी जेलों में भेजा गया है.
वॉट्सऐप डेटा खंगालेगी क्राइम ब्रांच
मामले की जांच मध्य प्रदेश पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है. जबलपुर क्राइम ब्रांच के एएसपी और एसआईटी प्रभारी जितेंद्र सिंह सिवनी का दौरा कर चुके हैं. क्राइम ब्रांच अब एसडीओपी पूजा पांडे के मोबाइल से वॉट्सऐप कॉल और चैट डेटा की गहन जांच कर रही है. तकनीकी डेटा मिलने के बाद कई नए खुलासों की संभावना जताई जा रही है.
मध्य प्रदेश हवाला डकैती कांड क्या है?
8 और 9 अक्टूबर 2025 की रात को सिवनी पुलिस की एसडीओपी पूजा पांडे एनएच-44 पर चेकिंग कर रही थीं. इसी दौरान नागपुर की ओर से एक गाड़ी आई, जो जबलपुर जा रही थी. पुलिस जांच के दौरान कार से ₹2 करोड़ 96 लाख 50 हजार रुपए बरामद हुए, जो हवाला कारोबार से जुड़े बताए गए. आरोप है कि पूजा पांडे ने जांच के दौरान पूरी रकम जब्त कर ली और गाड़ी में सवार लोगों को बिना कोई कानूनी कार्रवाई किए भगा दिया. बाद में यह रकम पुलिसकर्मियों के बीच बांट ली गई.
मामले का खुलासा तब हुआ जब हवाला कारोबारियों ने अगले दिन सिवनी कोतवाली थाने में आकर शिकायत दर्ज कराई.
आईजी प्रमोद वर्मा ने एसडीओपी पूजा पांडे, बंडोल थाना प्रभारी अर्पित भैरम समेत 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया.
बाद में इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और सभी को गिरफ्तार कर लिया गया. 
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