
Action On Cyber Fraud Case : जोमैटो डिलीवरी बॉय (Zomato delivery Boy) का नाम तो आपने बहुत सुना होगा. लेकिन एमपी पुलिस (MP Police) एक मामले के खुलासे के लिए जोमैटो डिलीवरी बॉय बन गई. जानते हैं क्यों? क्योंकि पुलिस को एक साइबर ठग को गिरफ्तार करना था. साइबर ठग (Cyber Fraud Case) जब-तक मामले को समझ पाता उससे पहले पुलिस ने उसे अपने जाल में फंसा लिया.
दरअसल, ये केस ग्वालियर जिले से आया है.राज्य साइबर जोन ग्वालियर की टीम ने 31 लाख रुपये की ठगी करने वाले आरोपी सागर कौरव को इंदौर से गिरफ्तार किया है. खास बात यह रही कि पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए खुद को जोमैटो का डिलीवरी बॉय बनाकर उसकी रेकी की और तीन दिन की मेहनत के बाद उसे धर दबोचा.
खुद को शेयर मार्केट का रिसर्चर बताया था ठग
अक्टूबर 2023 में ग्वालियर के मुरार कैंट निवासी एक आर्मी ऑफिसर को फोन कॉल आया. फोन करने वाले ने खुद को शेयर मार्केट का रिसर्चर बताया और मोटे मुनाफे का लालच दिया. इस झांसे में आकर अधिकारी ने धीरे-धीरे 31 लाख रुपए निवेश कर दिए. जब अफसर ने लाभ उठाने की कोशिश की, तो न पैसा मिला, न लाभ. तब जाकर उन्हें ठगी का एहसास हुआ और 1 मार्च 2024 को राज्य साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई.
फर्जी कॉल सेंटर स्थापित कर अपने रैकेट को फैलाया
गिरफ्तार आरोपी सागर कौरव भिंड जिले के दबोह कस्बे का रहने वाला है. बीएससी साइंस से स्नातक सागर ने इंदौर में एक फर्जी कॉल सेंटर स्थापित कर अपने रैकेट को फैलाया. सागर कौरव अकेला नहीं था. उसकी गैंग में रोहित जादौन, ऋषभ ओझा, दीपक शर्मा, ऋषभ शर्मा और अरुण शर्मा जैसे सदस्य भी शामिल थे. पुलिस ने चार आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. साइबर सेल ग्वालियर की टीम ने सागर कौरव को पकड़ने के लिए बेहद सूझबूझ से योजना बनाई. सूचना मिली कि सागर इंदौर में छिपा हुआ है. टीम ने जोमैटो डिलीवरी बॉय का वेश धारण कर इलाके में उसकी रेकी की और उसे दबोच लिया.
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