Leader of Opposition Umang Singhar's Speech in Madhya Pradesh Assembly: मध्य प्रदेश विधानसभा (MP Assembly) के शीतकालीन सत्र (Winter Session) के आखिरी दिन सूबे के मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM Mohan Yadav) और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार (Umang Singhar) ने सदन को संबोधित किया. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने बीजेपी सरकार की योजनाओं के भविष्य को लेकर सवाल किया. सिंघार ने प्रदेश के ऊपर बढ़ते कर्ज का मुद्दा उठाते हुए लाडली बहना योजना (Ladli Behna Yojana) समेत कई योजनाओं के भविष्य में बंद होने की आशंका जताई. इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी में हुए खींचतान को लेकर भी चुटकी ली.
सिंघार ने मुख्यमंत्री पद को लेकर ली चुटकी
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मुख्यमंत्री पद को लेकर हुई खींचतान पर सदन में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री छिंदवाड़ा से लेकर भोपाल तक दौड़ते रहे और कई लोग दिल्ली से भी भेजे गए, लेकिन प्रदेश में नए मुख्यमंत्री बन गए. इसके साथ ही उन्होंने सड़कों के विकास को लेकर कहा कि प्रदेश में सड़क बनने के बाद राज्य परिवहन की बस बंद हो गई. जब गरीब आदिवासी को गांव से अस्पताल जाने की जरूरत पड़ती है तो बसें नहीं होती. ये एक मानवीय पहलू है.
सरकार उधार का सिंदूर लेकर भर रही है मांघ
उमंग सिंघार ने सरकार की योजनाओं को लेकर बड़ा सवाल किया. उन्होंने लाडली बहना योजना को लेकर कहा कि मैं गारंटी देता हूं कि बीजेपी सरकार लाडली बहनों को 3 हजार रुपये नहीं दे पाएगी. इसके साथ ही उन्होंने युवाओं को छात्रवृत्ति और 400 रुपये में सिलेंडर का मुद्दा भी उठाया. मध्य प्रदेश पर बढ़ते कर्ज को लेकर उमंग सिंघार ने प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार उधार का सिंदूर लेकर मांघ भर रही है. उन्होंने कहा कि राज्य की वित्तीय स्थिति को लेकर एक श्वेत पत्र आना चाहिए.
प्रदेश में एक लाख से ज्यादा रजिस्टर्ड बेरोजगार
इसके साथ ही सिंघार ने प्रदेश में एक लाख 12 हजार रजिस्टर्ड शिक्षित बेरोजगारों पर भी चिंता जाहिर की. उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आप दावा करते है कि हर गांव में 24 घंटे बिजली दी है. अगर ये सही है तो मैं अभी नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा दे दूंगा. मुझे पद की लालसा नहीं है, मैं पद के भरोसे नहीं रहता. सिंघार ने कहा कि चुनाव आते ही राज्य में बिजली के बिल माफ हो जाते हैं.
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