अब CM से मिलने के लिए नहीं लगानी पड़ेगी भोपाल की दौड़, उज्जैन के इस बंगले में भी रहेंगे मुख्यमंत्री यादव

सीएम हाउस के लिए कुल सचिव बंगले का चयन करने की वजह सुरक्षा व्यवस्था है. सीएम के इस निवास के सामने कलेक्टर एसपी और नजदीक ही संभागायुक्त और डीआईजी का बंगला है.

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उज्जैन में भी तैयार हो रहा सीएम मोहन यादव का दफ्तर

CM House in Ujjain: अब उज्जैन (Ujjain) के लोगों को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) से मिलने के लिए भोपाल (Bhopal) नहीं दौड़ना पड़ेगा. वजह सीएम का एक निवास और ऑफिस उज्जैन में ही तैयार हो रहा है. यह सीएम हाऊस विक्रम विश्वविद्यालय का कुलसचिव निवास होगा. इस आदेश के आते ही विभिन्न विभाग बंगले को सजाने में जुटे गए हैं.

कोठी रोड पर विक्रम विश्वविद्यालय के मुख्य प्रशासनिक भवन के पास कुलसचिव का बंगला लंबे समय से खाली पड़ा है. इसी को देखते हुए सीएम डॉ मोहन यादव के उज्जैन प्रवास के दौरान उनके विश्राम के लिए इसे चयनित किया गया है. सीएम का यहां से ऑफिस भी संचालित होगा. इस संबंध में आदेश आते ही विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने साफ-सफाई के साथ ही साथ साज-सज्जा का काम शुरू कर दिया है और जल्द ही इसका काम पूरा हो जाएगा जिसके बाद शनिवार को मुख्यमंत्री के आगमन पर वह रात्रि विश्राम इसी बंगले में कर सकते हैं. 

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आदेश आते ही बढ़ी बंगले की सुरक्षा

यही वजह है कि स्थानीय लोगों को सीएम से काम होने पर भोपाल नहीं भागना पड़ेगा. सीएम के लिए बंगला तय होते ही यहां सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया. सीएम हाउस के लिए कुल सचिव बंगले का चयन करने की वजह सुरक्षा व्यवस्था है. सीएम के इस निवास के सामने कलेक्टर एसपी और नजदीक ही संभागायुक्त और डीआईजी का बंगला है. वहीं विक्रमादित्य प्रशासनिक संकुल भवन भी नजदीक ही है, जहां सीएम संभाग के अधिकारियो की मीटिंग लेते हैं. पूरे प्रदेश की वीसी भी यहीं से होती है. 

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पहली बार यूनिवर्सिटी के बंगले का इस्तेमाल करेंगे सीएम

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडे कुल सचिव के बंगले को सीएम के लिए चुने जाने पर उत्साहित हैं. उन्होंने कहा कि यह गौरव की बात है कि विक्रम विश्वविद्यालय के बंगले को सीएम हाउस के लिए चुना गया है. यह पहला अवसर होगा कि मुख्यमंत्री विश्वविद्यालय के किसी बंगले का उपयोग विश्राम और अपने कार्यालय के लिए करेंगे.

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