Interview with CM Mohan Yadav: 'कभी-कभी गलतियां हो जाती हैं, हम अतीत की गलतियों से सबक लेकर भविष्य में चलते हैं', NDTV की इस मुहिम का किया समर्थन

Mohan Yadav with NDTV: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव पूरे दम खम के साथ चुनावी रण में उतर चुके हैं. शनिवार को उनके भोपाल से रायपुर जाने के दौरान एनडीटीवी के रेजिडेंट एडिटर अनुराग द्वारी ने उनसे खास बातचीत की.

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डॉ. मोहन यादव की एनडीटीवी से खास बातचीत

Interview with Dr Mohan Yadav: आकाशे तारकेलिंगम्, पाताले हाटकेश्वरम्। मृत्युलोके च महाकालम्, त्रयलिंगम् नमोस्तुते।। सृष्टि में तीन लोक हैं-आकाश, पाताल और मृत्यु लोक, इस श्लोक के मुताबिक मृत्यु लोक यानी पूरे संसार के स्वामी महाकाल ही हैं. विक्रमादित्य, कालिदास, मुक्तिबोध, शरद जोशी और अब काल की गणना वाले इस शहर से आते हैं मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (Dr. Mohan Yadav). इनके साथ चुनावी सफर पर हम निकले हैं, जो अभी भी बीजेपी (BJP) में कांग्रेस (Congress) के नेता को शामिल करवा के छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सफर पर निकले हैं. इस सफर में हम चुनावी बातों (Election Talks) के साथ-साथ आपके कुछ सवालों को भी रखेंगे. आइए जानते हैं कैसे मध्य प्रदेश के मुखिया डॉ मोहन यादव ने इन सवालों के जवाब दिए…

सवाल - बड़ी संख्या में लोग बीजेपी में शामिल हो रहे हैं?

वो दूध में शक्कर की तरह घुल गए हैं : CM

बदलते दौर का समय है, केवल ज्वॉइनिंग करवा के ही नहीं आया हूं. आज पार्टी का स्थापना दिवस है. हमारी पार्टी को 45 साल हो गए हैं. पूर्व में ये जनसंघ थी फिर जनता पार्टी थी और बाद में भारतीय जनता पार्टी. आज हमारी पार्टी अलग विचारधारा के नाम से दुनिया में जानती है. हम दुनिया के सबसे बड़ी पार्टी के रूप में स्थापित हुए हैं. हमारी सरकार ने पिछले समय में जो काम किया है, उनसे प्रभावित होकर बड़ी संख्या में लोगों ने अपने दलों को छोड़कर हमारे दल को ज्वाॅइन किया. वो दूध में शक्कर की तरह घुल गए हैं. कांग्रेस में जो लोग हैं वो वहां अच्छा वातावरण महसूस नहीं कर पा रहे हैं. निराशा और हताशा के दौर से कांग्रेस गुज़र रही है. कांग्रेस का नेतृत्व अब अकर्मण्य है, ख़ासतौर पर बदलते दौर के साथ अपनी व्यवस्था के आधार पर देशों से अब एक अलग दृष्टि से उनको देख रहा है विपक्षी दल और कांग्रेस परिवारवाद को ही पावर सेंटर बना कर और जनता को मूर्ख बनाने में प्रयास कर रही है. मुझे इस बात का संतोष है कि जनता से समझती है और जनता को सब आंखों के सामने दिखाई दे रहा है, जो हमारे प्रधानमंत्री का 10 साल का कार्यकाल है जनता को इससे उम्मीद जगी है.

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मोहन यादव से बात करते अनुराग द्वारी

सवाल -  छिंदवाड़ा की तरफ़ आपका ज़्यादा फ़ोकस लगता है. विधायक व मंत्री रहे दीपक सक्सेना भी आ गये. कमलनाथ जी के बेहद क़रीबी माने जाते हैं. छिंदवाड़ा की सीट को जीतने के लिए हर तरह से कोशिश की जा रही है?

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जो भी पिछले वर्षों में लोग आए हमने उनका मान सम्मान रखा : मोहन यादव

2014  में प्रधानमंत्री जी अपने एजेंडे को लेकर वो आए. लोकतंत्र में भारत में हमारे अपने पूरे देश के अंदर एक दल की सरकार को 35 साल हो गए थे, 84 में इंदिरा गांधी के बाद राजीव गांधी की सरकार प्रचंड बहुमत से बनी लोगों को लगता था फिर से बहुदलीय व्यवस्था बनेगी. हम छीन कर नहीं आए, जिस तरह से भाजपा के कार्यकर्ता और प्रधानमंत्री ने काम किया, लोगों में उसका प्रभाव पड़ा. कांग्रेस के कुशासन हैं जो जनता ने जनता ने महसूस किया है. मोदी मौजूदा दौर में सर्वश्रेष्ठ नेता हैं. BJP में आने वालों की संख्या बढ़ेगी हमने इस लाइन को बनाकर रखा है कि हमारे परिवार में आपका स्वागत है लेकिन हमारी रीति-नीति, व्यवस्था और संगठन की भावना ठीक है. उसको हम मान्यता देते हैं, उसी पर आपको चलना पड़ेगा, चलना चाहिए भी जो भी पिछले वर्षों में लोग आए हमने उनका मान सम्मान रखा.

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सवाल - शरद जोशी आपके शहर से रहे हैं, उन्होंने कभी कांग्रेस के लिए कहा था कि खादी भंडार से यात्रा शुरू हुई और सचिवालय पर ख़त्म हो गयी, आपकी पार्टी हमेशा कहती रही कांग्रेस मुक्त भारत अब ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस युक्त BJP हो रही है?

कांग्रेस ने कई लोगों का मनोबल तोड़ा है, हमारी पार्टी जो कहती है वो करती है : CM  

दुर्भाग्य से आज़ादी के बाद से कांग्रेस ने अपने आपको ढाला नहीं है, कांग्रेस के सिद्धांतों पर आधार पर लोग राजनीति करने की बात करते हैं, कांग्रेस ने कई लोगों का मनोबल तोड़ा है, भावनाओं पर कुठाराघात किया है, BJP विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है, हम जनसंघ के ज़माने से कह रहे हैं कि 370 समाप्त करेंगे और हमने किया भी है, भगवान राम का मंदिर बना है, मुस्लिम बहन की ज़िंदगी नर्क में डाली जाए ऐसा पीएम होने नहीं दे सकते थे, इसलिए तीन तलाक़ हटाया, देश की आबादी बढ़ी है पार्टी को भी बड़ा होना पड़ेगा इसलिए हम सबका स्वागत करते हैं हमारे सिद्धांतों से समझौता नहीं करेंगे.

सवाल - बीच में चर्चा भी थी कि कमलनाथ आ रहे हैं, नकुलनाथ भी आ रहे हैं, पर आए नहीं? 

हमारी पार्टी के अंदर तो कमल ही कमल हैं : मुख्यमंत्री

हमने तो केवल कमल का विचार किया है, कमलनाथ को हम नहीं जानते. हमारी पार्टी के अंदर तो कमल ही कमल हैं. फैले हुए कीचड़ में कमल खिलाना है, यह भाजपा का उद्देश्य है और हम सब उसमें सफल भी होते हैं.

NDTV के सवालों का जवाब देते सीएम यादव

सवाल -  क्या बीजेपी का इस बार 29-0 का लक्ष्य है एमपी में, जितना मैं जनता हूँ की आप पहले मेडिकल में गए, फिर B.Sc फिर अलग फिर कुश्ती में भी इंटरेस्ट रहा है? 

खेल और राजनीति के मैदान में एक जैसी सोच रखनी होती है: CM

यह खेल राजनीतिक दलों के चुनावी मैदान में खेला जाएगा. गेम में भी कोई भी खिलाड़ी खेलने जाएगा तो वो चाहेगा कि सब विकेट उसको मिले. खेल का मतलब यही है. वहीं जो विरोधी है वो सोचेगा की हम अधिक से अधिक विकेट बचाकर चलें. ठीक वैसे ही चुनावी मैदान में होता है. आप जीतने के लिए उतरते हैं. मैं जहाँ से आता हूं वहाँ भगवान कृष्ण खुद स्वयं शिक्षा ग्रहण करने आए. मेरा मानना है कि अपनी ज़िंदगी के साथ आदर्श खुद बने, मानव जीवन में खेलकूद स्वास्थ्य शरीर देता है. 

सवाल - उच्च शिक्षा मंत्री रहे हैं मुख्यमंत्री भी हैं. एक हमने ख़बर बड़ी प्रमुखता से दिखाई थी, नर्सिंग कॉलेजों के दुर्दशा की. छात्रों की स्थिति बड़ी दयनीय है इसके बारे में कुछ विचार कर रहे हैं क्या?

कभी-कभी गलतियां हो जाती हैं, हम अतीत की गलतियों से सबक लेकर भविष्य में चलते हैं : मोहन यादव

मैं इस बात को जानता हूं कि काल के प्रभाव में क्या हुआ. हम अतीत की गलतियों से सबक़ लेकर भविष्य में चलते हैं, यही सुशासन के विचार हैं. अगर ये देखा जाए कि एक विश्वविद्यालय के भरोसे मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, पैरामेडिकल कॉलेज चलें तो स्वाभाविक रूप से उनके बस की बात नहीं थी, कभी-कभी गलतियां हो जाती हैं जैसे एक ही विश्वविद्यालय के भरोसे हुई और एक विभाग को विश्वविद्यालय चलाना बहुत कठिन हो जाता है. मैंने पहले कहा कि पैरामेडिकल, नर्सिंग वहां के जितने विश्वविध्यालय हैं, वो परीक्षा करवा सकते हैं, परीक्षा का प्रबंधन कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट  के निर्देश के अनुसार बच्चों को भी लाभ देने जा रहे हैं, जिनको परेशानी हुई, समय ख़राब हो गया उसके लिए कष्ट के साथ बोलना पड़ रहा है कि समय खराब हुआ, पर हम दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे क्योंकि अभी मामला कोर्ट में चल रहा है, तो कोर्ट के निर्णय की प्रतीक्षा कर रहे हैं.

सवाल -  स्कूली शिक्षा पर आपने हमारी खबर के बाद एक बड़ी कार्रवाई की लेकिन इस बार शैक्षणिक सत्र शुरू हो गया था, अगली बार जल्दी आदेश जारी करेंगे?

डराने धमकाने की बात प्रदेश में नहीं चलेगी : CM 

जून और जुलाई से शैक्षणिक सत्र शुरू होगा. हमने समय पर चिंता की है, गणवेश को लेकर पाठ्यक्रम को लेकर किताब कॉपी को लेकर किसी खास दुकान से ख़रीदना इसकी कोई ज़रूरत नहीं है और इस संबंध में जिला प्रशासन ने निर्देश भी जारी कर दिया है बाक़ी चीज़ों के माध्यम से ग़लत संदेश जाता है समाज ने इस को एक्सेप्ट किया है, जो डराने धमकाने की बात कही जाती है, वो अब प्रदेश में नहीं चलेगी.

पटवारी परीक्षा के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि न्यायिक जांच चल रही है. किसी का समय बर्बाद नहीं होना चाहिये था, किसी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए.

सवाल -  पिछले सौ सवा सौ दिनों में आपने सख़्त प्रशासक की छवि बनायी है. स्वाभाव से आप सहज है, लेकिन अधिकारी के कुछ ऐसे मामलों पर आप नाराज़ दिखे, तत्काल तबादला किया, फैसला लिया? 

अब नीचे तक संदेश है कि निर्णय का पालन तत्परता से करना पड़ेगा : डॉ मोहन यादव

ऐसा मानना है कि मैं लंबे समय से प्रशासन के अलग अलग अवस्था से निकल कर आया हूँ, कि लगभग 8 साल नौ साल प्राधिकरण में काम किया, मैं राज्य मंत्री रहा, उच्च शिक्षा मंत्री रहा हूँ, मुख्यमंत्री हूँ. मेरा ऐसा मानना है कि सरकार के आधार पर मुखिया को सहजता ज़रूर रखनी चाहिए, जनता के प्रति पारदर्शिता होनी चाहिए सहानुभूति हो, असंवेदनशीलता नहीं होनी चाहिए, लेकिन अगर सरकार चलाते हैं तो हमारा रुख़ बदल जाता है. हम प्रधानमंत्री को देखा है जनता के लिए जान लुटाने को तैयार हैं. सही समय में ग़लत निर्णय नहीं लेना चाहिए  हमारी सरकार का उसूल है किसी को बिना वजह परेशान नहीं करेंगे, गलत किया तो सज़ा मिलेगी. हमारी सरकार में अब नीचे तक संदेश है कि निर्णय का पालन आपको तत्परता से करना पड़ेगा.

सवाल - आपका पूरा परिवार सीएम हाउस में नहीं रहता, कुछ लोग अलग भी रहते हैं. पढाई आपकी कैसी रही?

विद्यार्थी परिषद को हमेशा से अपनाया, मेडिकल कॉलेज में जाने का सोचा, कॉलेज में भी जीत चुका हूं चुनाव : मोहन यादव

जब मैंने B. Sc फर्स्ट ईयर में एडमिशन लिया तभी पहले साल में ही चुनाव जीत गया. PMT में सिलेक्शन हुआ तो मेडिकल कॉलेज में जाने का सोचा. फिर मित्रों ने कहा कि चुनाव कैसे लड़ेंगे. फिर दोबारा मैं BSC में वापस आया. यहां चुनाव जीतने के बाद यूनिवर्सिटी प्रेसिडेंट बन गया. 16 साल की उम्र में ज्वाइंट सेक्रेटरी बना और 17 साल में प्रेसिडेंट बन गया. विद्यार्थी परिषद को हमेशा से अपनाया था. मेरी बेटी ने चिरायु मेडिकल कॉलेज से हॉस्टल में रहकर अपनी पढ़ाई पूरी की. बच्चे अगर होस्टल में पढ़ते हैं तो पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करते हैं. चमक धमक में कई बार ध्यान भटक सकता है. मेरे बेटे भी अभी भोपाल में हॉस्टल में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं. शुरु में मैं अपने बच्चों के पैरेंट्स टीचर मीटिंग तक में नहीं जा पाता था. मेरे बच्चे इससे काफी उदास होते थे. 

मोहन यादव ने अपने संगीत प्रेम के बारे में बताते हुए कहा, 'हम धार्मिक नगरी से आते हैं. भजन सुनना हमेशा से पसंद रहा. अनूप जलोटा से लेकर मोहम्मद रफी जैसे गायक काफी पसंद है. हमने विक्रमोत्सव हमेशा देश के श्रेष्ठ गायक बुलाए है.

सवाल - उज्जैन को आप कैसे देखना चाहते है?

उज्जैन ही नहीं पूरे एमपी का विकास देखना चाहता हूं : सीएम

भले ही मैं उज्जैन को आगे देखना चाहता हूं, पर पूरे एमपी का विकास देखना चाहता हूं. उज्जैन काल गणना की नगरी है. अबतक उज्जैन से स्टैंडर्ड टाइम होता था लेकिन, हमारा समय खराब है इसलिए स्टैंडर्ड टाइम आज इंग्लैंड से आता है. ये गलत है और इसके लिए भारत में आना पड़ेगा. इसका पूरा एशिया भी सपोर्ट करता है. 

सवाल - मंत्रिमंडल में कई वरिष्ठ आपके साथ हैं?

बाहर के विधायक साथ नहीं है लेकिन, सामूहिक रूप से लेता हूं निर्णय : सीएम मोहन

मंत्रिमंडल में मेरे साथ कई वरिष्ठ साथ लोग हैं. कई बाहर के विधायक साथ नहीं है लेकिन, मुझे इस बात का संतोष है कि मैं सभी के साथ सेलेक्ट हुआ हूं. मैं सामूहिक रूप से निर्णय लेता हूं और हम सब एक साथ मिलकर काम करते हैं. मैं उसी तरह से काम करता हूं जिस तरह तेंदुलकर आया तो सुनील गावस्कर ने उनकी मदद की और धोनी ने विराट कोहली की. सबका सहयोग मिलता है. हम टीम भावना के साथ काम करते हैं.

सवाल - जब आपको मुख्यमंत्री बनाया गया तो कहा गया कि यूपी और बिहार में यादव माहौल होने के कारण आपके चेहरे से फायदा होगा.

पीएम मोदी कभी नहीं देखते जातिवाद : CM

जातिवाद और परिवारवाद के आधार पर मोदी कभी नहीं देखते और ना ही भारतीय जनता पार्टी देखती है. मुझे तीन बार से जहां से टिकट मिल रहा है मैं जीत रहा था. मेरे समाज के 5 सौ वोट भी वहां पर नहीं है. लेकिन, हर बार लीड बढ़ती है. जनता का प्रेम ही है कि बड़े-बड़े पदों पर रहा हूं. विरोधियों के पार्टी में अगर कोई मुख्यमंत्री बन जाता है तो वो अगला मुख्यमंत्री भी अपने परिवार से ही ढूंढते हैं. इस तरह की विचारधारा हो रखी है जिसका मैं विरोध करता हूं.

सवाल - कर्ज लेना पड़ रहा है? 

प्रदेश में पैसे की अभी कोई कमी नहीं : मोहन यादव

कांग्रेस ने षड्यंत्र किया कि भारत के साथ मध्य प्रदेश का विकास भी रोका जाए. मध्य प्रदेश में पैसे की अभी कोई कमी नहीं है. कांग्रेस की सरकार से लेकर अबतक हमारी सरकार में चीजों का बजट जिस तरह बढ़ा है, कांग्रेस ने कुछ नहीं दिया. सभी योजनाएं चालू हैं. हमारा घोषणा पत्र नहीं संकल्प पत्र था और हमने जो घोषणा की है हम उनके वादों पर भी काम कर रहे हैं. हम लगातार किसानों के हित के लिए काम कर रहे हैं. केंद्र भी कीमत बढ़ाएगा हम भी कीमत बढ़ाएंगे. अगले साल ही 2700 रुपये तक उन्हें एमएसपी पर कीमत मिलने लगेगी.

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सवाल - कई लोग VIP कल्चर में लगे हुए हैं. अभी एक खबर है कि एक मंत्री के बेटे ने मारपीट की. आपने उस पर नाराजगी भी जाहिर की. इस तरह के VVIP कल्चर को खत्म करने के लिए भी क्या सरकार कदम उठाएगी?

NDTV के हूटर हटाओ कैंपेन का समर्थन करता हूं : सीएम यादव

भारत सरकार ने VVIP कल्चर को समाप्त किया है. आपने कहा कि कितना ही बड़ा आदमी हो उसको सामान्य बना रहना चाहिए. मैं खुद आग्रह करता हूं कि हमको इन चीजों से बचना चाहिए. आपने जो बातें कही है उन पर मैं गौर करूंगा. हमारे तो ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए भी कानून बने हुए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने फैसला लिया है और अब सख्ती के साथ इसे लागू किया है. हम जितने सामान्य बने रहेंगे उतना अच्छा है.

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