MPPSC Result: उज्जैन के सगे भाई-बहन ने किया कमाल...एक साथ बने डिप्टी कलेक्टर

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने राज्य सेवा परीक्षा 2021 का रिजल्ट जारी किया तो उज्जैन सगे भाई-बहन चर्चा में आ गए. दोनों भाई-बहन अब डिप्टी कलेक्टर बन गए हैं. MPPSC के परिणाम में उज्जैन की राजनंदनी ने 14वीं रैंक और उनके भाई अर्जुन सिंह ठाकुर ने 21 वीं रैंक हासिल की है. खास बात ये है कि दोनों परीक्षा की तैयारी नौकरी करते हुए ही की.

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मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (Madhya Pradesh Public Service Commission) ने राज्य सेवा परीक्षा 2021 का रिजल्ट (MPPSC Result)जारी किया तो उज्जैन सगे भाई-बहन चर्चा में आ गए. दोनों भाई-बहन अब डिप्टी कलेक्टर बन गए हैं. MPPSC के परिणाम में उज्जैन की राजनंदनी (Rajnandani) ने 14वीं रैंक और उनके भाई अर्जुन सिंह ठाकुर(Arjun Singh Thakur) ने 21 वीं रैंक हासिल की है. नंदनी फिलहाल नायब तहसीलदार (Naib Tehsildar) के पद पर कार्यरत हैं और अर्जुन निजी कंपनी ने नौकरी कर रहे हैं. दोनों ने नौकरी करते हुए ही इस कठिन परीक्षा की तैयारी की और सफलता हासिल की. खास बात ये है कि इस बार MPSC में सलेक्ट 24 डिप्टी कलेक्टर में 12 लड़कियां हैं.

पीएससी में सलेक्ट दोनों भाई-बहनों ने उज्जैन के ही  क्रिस्ट ज्योति स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई की है. इसके बाद उन्होंने भोपाल से इंजीनियरिंग की. उनके पिता डॉ. वायएस ठाकुर इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रोफेसर हैं.

इंजीनियरिंग करने के बाद नंदनी साल 2020 में नायब तहसीलदार बन गईं. वो फिलहाल सीहोर में पद्थ हैं. दूसरी तरफ उनके भाई अर्जुन सिंह ने TCS कंपनी को ज्वाइन कर लिया था. हालांकि दोनों के मन में पहले से ही MPPSC परीक्षा को पास करने का संकल्प था. जिसकी वजह से वे नौकरी करते हुए भी मेहनत और लगन से तैयारी करते रहे. 

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24 घंटे में 10 घंटे पढ़ाई को दिया वक्त

आपको जानकर थोड़ा अचंभा होगा कि दोनों भाई-बहन ने रुटीन बनाकर रोजाना 10 घंटे तक पढ़ाई. इस दौरान दोनों ने अपनी नौकरी भी जारी रखी. अर्जुन ने NDTV को मोबाइल पर बताया कि वे 2018 से ही अपना बेस्ट देने की कोशिश कर रहे हैं. अर्जुन के मुताबिक उन्होंने मोबाइल का उपयोग सिर्फ खबरें और कंटेट देखने के लिए किया. वे सोशल मीडिया से दूर रहते हैं. दूसरी तरफ नंदनी ने भी फोन पर ही बताया कि फिलहाल वे सीहोर में ड्यूटी पर तैनात हैं. उन्होंने कहा कि यदि कुछ बनना है तो पढ़ाई के लिए समय निकालना ही होता है. हमें खुद को झोंक देना होगा तभी सफलता मिलेगी. बता दें कि राजनंदनी बॉस्केट बॉल की स्टेट लेवल की प्लेयर भी हैं. उनके पिता ने बताया कि उन्हें अपने बेट-बेटियों पर भरोसा था कि वे इस परीक्षा में सफल जरुर होंगे. उन्होंने उन पर गर्व है. 
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