तेंदुए को माँ ने छड़ी से पीटा, दुम दबाकर भागा... आया था बेटे का शिकार करने

Viral : अब तक ये साफ़ नहीं हो पाया है कि वो तेंदुआ था या चीता ? लेकिन हमले के बाद वन विभाग की टीम सक्रिय हो गई है.... अब वे जानवर की पहचान करने और उसे पकड़ने की कोशिश में लगे हैं.

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तेंदुए को माँ ने छड़ी से पीटा, दुम दबाकर भागा... आया था बेटे का शिकार करने

MP News in Hindi : श्योपुर जिले के विजयपुर इलाके में एक माँ ने ऐसा काम किया, जिससे सभी हैरान हैं. उमरी कला गांव में एक जंगली जानवर ने 9 साल के बच्चे पर हमला कर दिया. लेकिन बच्चे की माँ ने डरने की बजाय अपनी जान जोखिम में डालकर अपने बेटे को उस जानवर के जबड़े से बचा लिया. उमरी कला गांव में 9 साल का अविनाश धाकड़ अपने घर के बाहर खेल रहा था. तभी अचानक एक खतरनाक जंगली जानवर आया और बच्चे पर हमला कर दिया. बच्चा बुरी तरह चीखने लगा. बच्चे की आवाज सुनते ही उसकी माँ दौड़ती हुई आई और अपने बेटे को बचाने के लिए उस जानवर से भिड़ गई... और पास में पड़ी किसी छड़ अथवा डंडे से हमला कर जानवर को भगा दिया.

15 मिनट तक लड़ती रही माँ

माँ ने जानवर से डरने की बजाय पूरे साहस के साथ उसका सामना किया. लगभग 15 से 20 मिनट तक वह उस खतरनाक जानवर से भिड़ती रही. आखिर में माँ की हिम्मत के आगे जानवर भी हार गया और बच्चे को छोड़कर भाग निकला. इस हमले में बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया.

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इलाज के लिए ग्वालियर रेफर

जानवर के भागने के बाद परिजन तुरंत बच्चे को इलाज के लिए विजयपुर के अस्पताल लेकर पहुंचे. वहाँ डॉक्टरों ने बच्चे की हालत गंभीर देखी और उसे ग्वालियर रेफर कर दिया. मालूम हो कि ये घटना अगरा थाना क्षेत्र के उमरी कला गांव की है, जो कुनो नेशनल पार्क के पास बसा है. यहाँ अक्सर जंगली जानवर गांव की तरफ आ जाते हैं. गांव वालों का कहना है कि हमला करने वाला जानवर या तो चीता था या तेंदुआ. इस घटना के बाद पूरे गांव में डर का माहौल है.

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हालाँकि अब तक ये साफ़ नहीं हो पाया है कि वो तेंदुआ था या चीता ? लेकिन हमले के बाद वन विभाग की टीम सक्रिय हो गई है.... अब वे जानवर की पहचान करने और उसे पकड़ने की कोशिश में लगे हैं.

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