MP में भगवान राम और कृष्ण से जुड़े स्थल धार्मिक पर्यटन के लिए विकसित होंगे, CM मोहन यादव ने दिए ये निर्देश

CM Dr Mohan Yadav Review Meeting: मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीराम एवं भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े स्थलों का चिन्हांकन करने और उनके विकास के लिए विद्वानों का संकलन करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित धार्मिक स्थलों के विकास के लिए सांसद एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से समन्वय बनाकर कार्य करें. प्रदेश में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है.

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Madhya Pradesh Tourism: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (CM Dr Mohan Yadav) ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) भगवान श्रीराम वनगमन पथ तथा श्रीकृष्ण पाथेय अर्थात् भगवान श्रीराम (Lord Shri Ram) ने मध्यप्रदेश के जिन-जिन स्थानों से यात्रा की हैं उन स्थानों को चिन्हित कर तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करेंगे. MP सरकार चित्रकूट (Chitrakoot) के आवागमन का मार्ग या लंका विजय के बाद फिर से अयोध्या (Ayodhya) प्रयाण का जो मार्ग है उस मार्ग को चिहिन्त करते हुए तीर्थ के रूप में विकसित करने जा रही है. सीएम डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने कहा है कि प्रदेश में पर्यटन (Tourism) एवं धार्मिक स्थलों के विकास के लिए बेहतर कार्ययोजना  बनाकर कार्य किया जाए. पर्यटन तथा धार्मिक स्थलों को आकर्षक एवं भव्य बनाया जाए. धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्थल बढ़ाने के भी प्रयास हों. मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के अंतर्गत धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों के विकास, श्रीरामचंद्र पथ गमन न्यास एवं भगवान श्रीराम एवं भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े स्थलों के विकास की समीक्षा के दौरान ये सभी निर्देश दिए.

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चित्रकूट धाम Chitrakoot Dham

मोहन यादव ने कहा कि भगवान श्रीराम ने जहां 11 वर्ष चित्रकूट धाम में व्यतीत किए हैं. उन्होंने सतना कलेक्टर को चित्रकूट विकास प्राधिकरण का चार्ज लेने के निर्देश दिए हैं. उस स्थान पर समेकित रूप से अलग-अलग स्थानीय और ग्रामीण निकायों और अन्य विभागों को साथ मिलकर एकीकृत योजना बनाते हुए चित्रकूट धाम पर भव्य पैमाने पर भगवान श्रीराम का काल स्मरणीय और दर्शनीय हो इसके लिए कार्य प्रारंभ किया है.

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CM ने कहा कि भगवान श्रीराम के गौरवशाली अतीत से प्रदेश का गहरा रिश्ता है. हम सौभाग्यशाली है कि भगवान श्रीराम ने मंदाकिनी के किनारे मध्यप्रदेश में लंबा समय गुजारा है. मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीराम के सभी भक्तों और श्रद्धालुओं से निवेदन करते हुए कहा है कि आइये अयोध्या धाम के साथ चित्रकूट धाम के भी दर्शन करें. सांस्कृतिक रूप से रिश्तों को प्रगाढ़ करें और एक बार मध्यप्रदेश अवश्य पधारें.

श्रीकृष्ण से जुड़े स्थानों को तीर्थ स्थल बनाएं : CM

मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की मध्यप्रदेश में यात्राओं से संबंधित स्थल जैसे उज्जैन में भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा, जानापाव में भगवान परशुराम जी ने उन्हें सुदर्शन चक्र प्रदान करने तथा धार के पास अमझेरा में रूक्मणी जी के हरण के पवित्र स्थानों को तीर्थ स्थल बनाने जा रही है. श्रीकृष्ण पाथेय मार्ग के लिए पर्यटन एवं संस्कृति विभाग को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे हमारे आराध्य भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े लीला स्थलों को चिन्हित करते हुए तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करें.

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भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण के नाम पर बनें भोपाल के प्रवेश द्वार

CM यादव ने भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण के नाम पर भोपाल के प्रवेश द्वार बनाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि राजाभोज और राजा विक्रमादित्य के नाम पर भी प्रवेश द्वार बनाने की कार्ययोजना बनाई जाए. राज्य की सीमा पर भी प्रवेश द्वार बनाए जाने की तैयारी की जाए. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों को प्रदेश की संस्कृति और धार्मिक महत्व के स्थलों की जानकारी हो सके, इसके लिए बेहतर प्रयास किए जाना जरूरी हैं.

पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों का बेहतर ढंग से प्रचार-प्रसार और ब्राडिंग की जाए

मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीराम एवं भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े स्थलों का चिन्हांकन करने और उनके विकास के लिए विद्वानों का संकलन करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित धार्मिक स्थलों के विकास के लिए सांसद एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से समन्वय बनाकर कार्य करें. प्रदेश में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है. उज्जैन, मैहर, इंदौर, चित्रकूट आदि स्थानों पर बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं. उन्होंने अन्य पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों की भी बेहतर ढंग से ब्राडिंग और प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए.

CM ने कहा कि प्रदेश में बनाए जा रहे 18 लोक से संबंधित कार्य बेहतर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से सुनिश्चित किए जाएं. प्रदेश में 7 स्थानों पर रोपवे के कार्य भी किए जाना है, इससे पर्यटन के क्षेत्र में प्रदेश का महत्व और अधिक बढ़ सकेगा. प्रदेश में लाईट एंड साउंड शो के स्थल विकसित करने के 8 कार्य चल रहे हैं. इसी तरह संग्रहालय निर्माण के 5 कार्य प्रचलन में हैं और 5 कार्य प्रस्तावित किए गए हैं. यह सभी कार्य बेहतर और गुणवत्तापूर्ण ढंग से सुनिश्चित किए जाएं.

संग्रहालयों में हो स्थानीय उत्पादों और पर्यटन तथा धार्मिक स्थलों का प्रचार-प्रसार

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद को बढ़ावा देने और उसका प्रचार-प्रसार संग्रहालयों के माध्यम से सुनिश्चित किया जाए. पुस्तक के माध्यम से भी लोगों स्थानीय उत्पादों और धार्मिक तथा पर्यटन स्थलों आदि से संबंधित जानकारी दी जाए. उज्जैन की तरह ओंकारेश्वर में ममलेश्वर मंदिर के विकास कार्य पूरे किए जाएं. बड़े शहरों में कन्वेंशन सेंटर बनाए जाएं. निवेश प्रोत्साहन के लिए रोड-शो का आयोजन हो. धार्मिक पर्यटन के कार्यों के माध्यम से रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएं. उन्होंने जिला कलेक्टर को सतना विकास प्राधिकरण का प्लान बनाने के निर्देश दिए.

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