Corruption in Park Renovation: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सतना शहर (Satna) में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट (Smart City Project) के तहत 45 वार्डों के अंदर भले ही 72 पार्कों के निर्माण का दावा किया जा रहा हो, लेकिन निर्माण के नाम पर केवल औपचारिकता ही निभाई गई है. इस बात का सबसे बड़ा प्रमाण डिग्री कॉलेज के सामने गहरा नाला में बना लाड़ली लक्ष्मी पार्क (Ladli Laxmi Park) है. जिले के लगभग सभी पार्कों का हाल बेहाल है. पार्कों की खस्ता हालत को लेकर जब नगर निगम आयुक्त (Municipal Commissioner) से पूछा गया तो उन्होंने नोटिस जारी करने और हालात को ठीक करने की बात कही.
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा पार्क
गहरा नाला में बने लाड़ली लक्ष्मी पार्क के निर्माण का ठेका अतुल कुरारिया कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया था. नगर निगम प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए ठेकेदार मनमानी पर उतारू है. एक तरफ लगातार घटिया कार्य किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर नगर निगम के इंजीनियर उसे अनापत्ति प्रमाणपत्र देते हुए लगातार भुगतान करते जा रहे हैं. कंपनी को दो करोड़ का भुगतान किया जा चुका है मगर, स्थिति यह है कि अब यहां पर न तो कोई इंस्टूमेंट्स बचे और न ही हरियाली रह गई है. जगह-जगह सांप की बांबी दिखाई दे रही हैं. कुल मिलाकर पार्क के नाम पर पैसा ठिकाने लगा दिया गया और पार्क का बेड़ागर्क हो गया.
पार्कों में लगी सामग्री हुई गायब
शहर के नगर निगम सीमा के अंदर बने हुए 72 पार्कों में करीब 14 करोड़ की लागत लगी. कहीं सौंदर्यीकरण, कहीं मेंटेनेंस तो कहीं पर नया निर्माण कार्य किया गया. डिग्री कॉलेज परिसर में बनाए गए पार्क के नाम पर 2 करोड़ खर्च हुए. जिसमें बच्चों के खेलकूद के इंस्ट्रूमेंट, सौंदर्यीकरण की दृष्टि से बैठक व्यवस्था को लेकर सुंदर और मजबूत कुर्सियां लगाई गई थी. लेकिन, निगम प्रशासन की लापरवाही की चलते यह पार्क में लगाई गई सामग्रियां चोरों के भेंट चढ़ गई.
कौन ले गया सामग्री?
यहां लगाए गए पेड़-पौधे और क्यारी तहस-नहस हो चुके हैं और खेलकूद वाले स्थान में चारों ओर लगाई गई जाली भी चोरी हो चुकी है. कॉलेज के छात्र-छात्राओं एवं स्थानीय लोगों के लिए बनाए गए इस पार्क में करीब आठ माह से ताला लटका हुआ है. जब इस मामले में नगर निगम आयुक्त डॉ शेर सिंह मीणा से बात की गई तो उन्होंने ने कहा कि ठेकेदार को नोटिस जारी कर मेंटेनेंस कराया जाएगा. एक सप्ताह में स्थितियों को सही कर लिया जाएगा.
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