Satna: 93 लाख के गेहूं घोटाले का हुआ भंडाफोड़, आरोपियों ने ऐसे पार किए 13 ट्रक अनाज, पुलिस ने दर्ज की FIR

MP News: सतना में 93 लाख रुपये कीमती गेहूं घोटाले के मामले में पुलिस ने आठ लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है. इसके साथ ही जांच रिपोर्ट में घोटाले को अंजाम दिए जाने के तरीका का भी खुलासा हुआ है.

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पुलिस ने आठ आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है.

Wheat Scam in Satna: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सतना (Satna) में 93 लाख रुपये कीमती गेहूं के गायब होने के मामले में पुलिस (Satna Police) ने समूह अध्यक्ष समेत कुल आठ लोगों से खिलाफ मामला दर्ज किया है. इस बहुचर्चित मामले में धारकुंडी पुलिस ने समूह की अध्यक्ष, दलाल, ट्रांसपोर्टर, तीन ऑपरेटर सहित कुल आठ लोगों को आरोपी बनाया है. पुलिस ने समूह की अध्यक्ष सीतागिरी, समूह ऑपरेटर अभिलाषा सिंह, समिति के दलाल शिवा सिंह, परिवहनकर्ता के मैनेजर सम्राट सिंह, नागरिक आपूर्ति निगम के ऑपरेटर नरेंद्र पाण्डेय, धनंजय द्विवेदी, सतीश कुमार द्विवेदी और राकेश सिंह के खिलाफ धारा 406, 417, 420, 467, 468, 471 और 120 (बी) के तहत मुकदमा दर्ज किया है. 

बता दें कि जिले के धारकुंडी थाना क्षेत्र में गेहूं के गायब होने का मामला सामने आया था. जहां जैतमाल बाबा महिला स्व सहायता समूह से चले गेहूं से लोड 13 ट्रक गायब हुए थे. गायब हुए गेहूं की कीमत 93 लाख रुपये बताई गई है.

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इस तरीके किया गया घपला

बता दें कि समूह ने 8 मई को आठ ट्रक और 13 मई को पांच ट्रक गेहूं लोड कर भण्डारण के लिए लखनवाह के यूनिट क्रमांक 2 गोदाम भेजा था, आठ ट्रकों में कुल 2360 क्विंटल और पांच ट्रकों में 15 सौ क्विंटल अनाज भेजने का दावा किया गया. इन्हीं ट्रकों की टीसी डायवर्ट कर रेलवे रैक प्वाइंट भेजा गया था और फर्जी तरीके से किसानों के नाम पर भुगतान कर दिया गया. जांच अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि 13 ट्रकों की बिल्टी नहीं बनाये जाने का जिक्र किया है, साथ ही रिपोर्ट में बताया गया कि इन ट्रकों की बिल्टी परिवहनकर्ता लॉगिन आईडी हैक कर बनाया गया है.

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ऑपरेटर का देवर निकला मास्टर माइंड 

जैतमाल बाबा महिला स्व सहायता समूह की अध्यक्ष सीतागिरी खरीद प्रभारी थी. ऑपरेटर के तौर पर अभिलाषा सिंह की नियुक्ति थी. जानकारी के मुताबिक, यहां समूह अध्यक्ष और ऑपरेटर सिर्फ डमी के रूप में काम करते हैं. पूरा कारोबार ऑपरेटर का देवर शिवा सिंह देख रहा था. शिवा सिंह एक ओर ऑपरेटर की जगह काम कर रहा था दूसरी ओर समिति में सभी तरह के निर्णय भी यही लेता था. कुल मिलाकर पूरे प्रकरण में फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड यही था. फर्जी तरीके से गेहूं को रेडी टू ट्रांसपोर्ट दिखाया और फिर फर्जी तरीके से लोडिंग अनलोडिंग का खेल हुआ.

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स्टॉक में मिली गड़बड़ी

जैतमाल बाबा महिला स्व सहायता समूह कारीगोही- (1012111) केंद्र क्र. 1 की जांच रिपोर्ट अनुसार कुल 155 कृषकों से 13602 क्विंटल गेहूं की खरीदी दिखाई गई. जिसमें से 10090 क्विंटल परिवहन किया गया है. खरीदी केंद्र परिसर पर मौके पर उपलब्ध गेहूं के स्टॉक का भौतिक सत्यापन किया गया है. जिसमें 9010 बोरी (4505 क्विंटल) शासकीय बारदाने में केंद्र में उपलब्ध पाया गया. बाकी स्टॉक 3512 क्विंटल से 993 क्विंटल अधिक भी मिला है. ऐसे में यहां यह भी साबित हो रहा है कि समूह ने किसानों से मनमानी तौल की है, जिससे केन्द्र में गेहूं की मात्रा में बढ़त हुई है और किसानों को भुगतान कम किया जाएगा.

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