जबलपुर: ब्लास्ट मामले में हो रहे बड़े खुलासे, NIA को जांच में मिले 2000 से अधिक बम के खोखे और अन्य विस्फोटक सामग्री

MP News: जबलपुर के कारखाने में हुए ब्लास्ट मामले में एनआईए की जांच में कई बड़े खुलासे हो रहे हैं. एनआईए को जांच में 2 हजार से अधिक बम के खोखे और अन्य विस्फोटक सामग्री मिली है.

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Jabalpur Blast Case Investigation: जबलपुर के आधार थाना क्षेत्र में रजा मेटल के कारखाने में हुए विस्फोट (Blast in Factory) में एनआईए और एनएसजी की जांच (NIA and NSG Investigation) में नए खुलासे हो रहे हैं. इस जांच में कबाड़ खाने में 30 MM बम के 2000 से अधिक और 125 MM बम के चार खोखे जब्त किए गए हैं. इन बमों को अब सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपो की टीम बरेला फायरिंग रेंज में नष्ट करेगी. अभी तक जांच के दौरान कई सारे बम और अन्य विस्फोटक पदार्थ भी प्राप्त हुए हैं, जिसे एनआईए ने अपनी निगरानी में डिफ्यूज कर समाप्त कर दिया है. बता दें कि ब्लास्ट से पहले इस स्थान को पूरी तरह सील कर दिया गया था, जिसके बाद सुरक्षा विशेषज्ञों की निगरानी में इन विस्फोटक सामग्री को डिफ्यूज किया गया.

डीएनए जांच में एक सैंपल मैच

जांच अधिकारी सोनाली दुबे ने NDTV को बताया कि 25 अप्रैल को हुए इस विस्फोट में दो लोगों की गायब होने की सूचना पुलिस को प्राप्त हुई थी, जिसमें शव के टुकड़े यहां वहां बिखरे पड़े थे. इन टुकड़ों का पुलिस ने गुमशुदा व्यक्ति के परिवार वालों के साथ डीएनए जांच के लिए सैंपल भेजा था. एक डीएनए सैंपल मैच हो गया है, लेकिन दूसरे व्यक्ति की अभी तक कोई भी सूचना प्राप्त नहीं हुई है.

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क्या है पूरा मामला?

बता दें कि 25 अप्रैल की दोपहर जबलपुर के रजा मेटल में हुए विस्फोट ने देश की सुरक्षा एजेंसियों को चिंतित कर दिया है. इस विस्फोट में सेना के बम के खोखे बरामद हुए थे. जिसके बाद राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के बम निरोधक दस्तों ने जबलपुर आ कर घटनास्थल की जांच की. इसके साथ ही NIA (National Investigation Agency) की टीम भी जबलपुर आई और नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के बम निरोधक दल के साथ जांच की जा रही है. इस जांच में पता लगाया जा रहा है कि आयुध निर्माणियों में बनाए जाने वाले बमों के खोल कबाड़खाने में कैसे मौजूद थे.

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आयुध निर्माणियों के पास कैसे पहुंचे बम के खोखे?

NIA बमों के खोल के नंबरों की जांच भी कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये बम यहां कैसे पहुंचे. वहीं जिला प्रशासन ने सुरक्षा संस्थान के महाप्रबंधक से भी संपर्क किया है. इस घटना में जांच की आंच जबलपुर की आयुध निर्माणियों पर भी आई है. यह सुनिश्चित करना जरूरी हो गया है कि आयुध निर्माणियों में बनाए जाने वाले बम स्क्रैप की नीलामी में कबाड़ी के यहां पहुंचे या फिर अवैध तरीके से पहुंचाए गए हैं.

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वहीं इस पूरे मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि बम के खोखे खरीदने का टेंडर रजा मेटल के नाम से नहीं है, यह शहजाद के नाम से है. जबकि, उसकी गवाही के रूप में शमीम के बेटे फहीम के हस्ताक्षर हैं. पुलिस यह जांच कर रही है कि शमीम कबाड़ी शहजाद के नाम से टेंडर लेकर स्वयं काम करता था, जो नियम विरुद्ध है.

फरार है मुख्य आरोपी शमीम कबाड़ी

इस विस्फोट का मुख्य आरोपी शमीम कबाड़ी अभी भी फरार है. शमीम पर पुलिस ने पहले 15000 रुपये के इनाम घोषित किया था जो 25000 कर दिया है. वहीं सभी संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है, लेकिन अभी तक शमीम का कोई भी पता नहीं मिला है. जबकि, उसके पुत्र व सह आरोपी फहीम और शहजाद को जेल भेजा जा चुका है. पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह का कहना है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

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