MP News in Hindi : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मैहर(Maihar) जिले के रामनगर विकासखंड के बाबूपुर गांव (Babupur Village) में डायरिया का प्रकोप देखने को मिला. तीन दिनों से डायरिया (Diarrhea) की चपेट में लगभग दो दर्जन ग्रामीण आ गए. घटना का खुलासा तब हुआ जब गंभीर बीमार आठ लोगों को रामनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया.
टीम आदिवासी बस्ती बाबूपुर पहुंची
डायरिया का मामला सामने आते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एसडीएम डॉक्टर आरती सिंह को जानकारी दी. जिसके बाद टीम आदिवासी बस्ती बाबूपुर पहुंची. जहां पर हैंडपंप, कुआं और एलएंडटी कंपनी की पेयजल सप्लाई के पानी के सैंपल लेने के साथ ही पानी के उपयोग को प्रतिबंधित कर दिया गया.
SDM ने किया गांव का दौरा
गांव में डायरिया फैलने की सूचना मिलते ही रामनगर एसडीएम डॉ. आरती सिंह, बीएमओ डॉ आलोक अवधिया और जिले के डॉक्टर प्रदीप गौतम मौके पर पहुंचे और स्थितियों को जायजा लिया. जिस हैंडपंप के पानी का उपयोग आदिवासी बस्ती के लोग करते थे फिलहाल उसे प्रतिबंधित कर दिया गया. वहीं, डायरिया प्रभावित घरों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने के निर्देश जारी किए गए.
दवाईयों का किया वितरण
स्वास्थ्य विभाग की सूचना पर रामनगर पीएचई विभाग की टीम मौके पर पहुंची और हैंडपंप के पानी का सैंपल लिया.बताया जाता है कि बरसात के कारण हैंडपंप से मटमैला पानी आ रहा था, जिसको बिना उपचारित किए ग्रामीण उपयोग कर रहे थे. ऐसे में उन्हें उल्टी-दस्त की समस्या होने लगी. सभी घरों में जरूरी दवाओं का वितरण स्वास्थ्य विभाग ने किया है. वहीं, पंचायत के सरपंच को टैंकर से पानी की सप्लाई करने के निर्देश दिए.
ये भी पढ़ें- One State One Health Policy लागू करने वाला पहला राज्य बनेगा MP, सरकार AIIMS के साथ कर रही है काम
24 लोगों में 8 लोगो की हालत गंभीर
गंभीर बीमार डायरिया के प्रकोप में आए 24 लोगों में 8 लोगों की हालत गंभीर है, जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर में भर्ती कराया गया. जहां उनका इलाज चल रहा है, जिन लोगों की हालत गंभीर है, उनमें राजकुमार प्रजापति, सुरेश प्रजापति, पूजा साकेत,अर्चना रावत, मीरा कोल, लीलावती यादव, सुहानी यादव और परमेश्वरदीन यादव का नाम शामिल है. ये सभी बाबूपुर गांव के निवासी हैं.
ये भी पढ़ें- मैहर में इन मांगों को लेकर बजरंग दल का प्रदर्शन, कलेक्ट्रेट परिसर के अंदर हनुमान चालीसा का पाठ