इंदौर में ड्रेनेज घोटाले ने पकड़ा जोर, रीगल चौराहे पर कांग्रेस ने किया हल्ला बोल

MP News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर में ड्रेनेज घोटाले (Drainage Scam) को लेकर बड़ी खबर है. बुधवार को कांग्रेस ने रीगल चौराहे पर इस मामले को लेकर हल्ला बोला है. जांच की मांग की है. सवाल ये है कि बिना काम के कैसे करोड़ों रुपये का भुगतान कर दिया गया?

Advertisement
Read Time: 2 mins
इंदौर में करोड़ों रुपये के डैमेज घोटाले को लेकर कांग्रेस ने किया सद्बुद्धि कीर्तन का आयोजन.

Drainage Scam In Indore: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर नगर निगम (Indore Municipal Corporation) के ड्रेनेज घोटाले (Drainage Scam) को लेकर कांग्रेस ने महात्मा गांधी प्रतिमा रीगल चौराहे पर सद्बुद्धि कीर्तन का आयोजन किया है. इस आयोजन में बड़ी संख्या में कांग्रेस के पार्षद और नेता शामिल हुए. कांग्रेस का आरोप है कि इंदौर के सबसे बड़े ड्रेनेज घोटाले पर आखिर क्यों सही कार्रवाई नहीं हो रही है? करोड़ों रुपये जनता के टैक्स की कमाई के हैं, अधिकारियों और ठेकेदारों ने मिलकर करोड़ों रुपये की बंदरबांट की है.

दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो

पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ड्रेनेज घोटाले को लेकर मीडिया से बात करते हुए.

इस आयोजन में नगर निगम में विपक्ष के नेता चिंटू चौकसे ने कहा कि कांग्रेस इस लड़ाई को आगे तक ले जा रही है, और सद्बुद्धि कीर्तन का आयोजन कर प्रभु श्री राम से यह प्रार्थना कर रही है. नकली श्रीराम का झंडा लेकर चलने वालों को सद्बुद्धि आए. वहीं, कांग्रेस के नेता एवं पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस और भी ध्यान दें. इस बड़े घोटाले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो.

Advertisement

ये भी पढ़ें- गर्मी का सितम या कोई अनोहनी ! पेड़ पर चिपके मिल रहे हजारों चमगादड़ों के शव

फर्जी बिल से कैसे हो गया भुगतान?

सूत्रों कि मानें तो नगर निगम से बिना ड्रेनेज लाइन बिछाए करोड़ो रुपये का भुगतान ले लिया गया है. इंदौर शहर का चर्चित ये ड्रेनेज घोटाले करीब 58 करोड़ रुपये के फर्जी बिल लगाए गए हैं. जिसमें 34 करोड़ रुपये का भुगतान भी ले लिया गया है. इस पूरे मामले में निगम के कर्मचारियों, अधिकारियों, ठेकेदारों औऱ पुलिस की  मिलीभगत है. अब पूरे मामले की जांच कराने की मांग शुरु हो चुकी है. कांग्रेस इस मामले को लेकर बीजेपी की घेराबंदी कर रही है. सूत्रों कि मानें तो यदि इस मामले की जांच हुई तो ड्रेनेज घोटाले में शामिल निगम कर्मचारियों, अधिकारियों, ठेकेदारों की मुश्किलें बढ़ना तय मानी जा रही है. 

Advertisement

ये भी पढ़ें- CM साहब ! छिंदवाड़ा में 8 का कत्ल करने वाले का नहीं, सिस्टम का दिमाग 'करेक्ट' करिए

Advertisement