Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के तीसरे चरण (3 Phase Voting) की वोटिंग से पहले इंदौर लोकसभा (Indore Lok Sabha Seat) सीट पर बड़ा खेला हो गया है. यहां कांग्रेस (Congress) के आधिकारिक उम्मीदवार अक्षय कांति बम (Akshay Kanti Bam) ने अपना परचा वापस ले लिया है. इसके साथ अब ये साफ हो गया है कि इस चुनाव में इंदौर में कांग्रेस का कोई उम्मीदवार नहीं है. इससे अब ये आशंका भी पैदा हो गई है कि इंदौर में भी सूरत जैसा 'खेला' हो सकता है. ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही अक्षय कांति बीजेपी (BJP) में भी शामिल हो जाएंगे.
सोशल मीडिया पर की पोस्ट
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स की एक पोस्ट भी वायरल भी वायरल हो रही है. जिसमें लिखा है कि कांग्रेस के इंदौर से लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम एक परिवार की पार्टी छोड़कर मोदी जी के परिवार में शामिल हो रहे हैं. इस पोस्ट में अक्षय कांति बम के साथ कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) भी नजर आ रहे हैं. इस पोस्ट को कैलाश विजयवर्गीय के एक्स एकाउंट से पोस्ट किया गया है.
कांग्रेस को लगा बड़ा झटका
कांग्रेस (Congress) के लिए ये बहुत बड़ा झटका है. वहीं बीजेपी (BJP) को इससे फायदा होता दिख रहा है. इंदौर से बीजेपी की तरफ से शंकर लालवानी उम्मीदवार हैं.
अभी हाल ही में गुजरात के सूरत लोकसभा सीट की काफी चर्चा हो रही थी. सूरत लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी की निर्विरोध जीत हुई थी. उनके खिलाफ कांग्रेस उम्मीदवार का पर्चा रद्द हो चुका था और बाकी बचे निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस ले लिए थे. जिसके बाद यहां से बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल (Mukesh Dalal) को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया था. मुकेश दलाल का इस तरह से निर्विरोध निर्वाचित होने का मामला पूरे देश के मीडिया में छाया हुआ है. सूरत लोकसभा सीट के सात दशक के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है.
आखिर कौन हैं अक्षय कांति बम
अक्षय कांति बम को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर शहर (Indore City) का सफल उद्यमी, युवा नेता माना जाता है. 45 साल के डॉ. अक्षय कांति बम (Dr. Akshay kanti bam) का जन्म इंदौर शहर के प्रसिद्ध समाजसेवी (Social Worker) बम परिवार के कांतिलाल बम के यहां हुआ था. डॉ. अक्षय कांति बम की प्रारंभिक शिक्षा इंदौर के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान Daly College Indore में हुई थी. इसके बाद उन्होंने मुंबई से B.com (Hons) की डिग्री ली. इसके बाद देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से LL.B (Hons) और MBA (Public Administration) में स्नातकोत्तर उपाधि ली. उच्च शिक्षा के इसी क्रम में श्रीधर यूनिवर्सिटी पिलानी राजस्थान से Management में Ph.D. की उपाधि प्राप्त की.
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