MP Lok Sabha Elections : बैगा आदिवासी जनजाति भारत के मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में पाई जाती है. मध्य प्रदेश के मंडला (Mandala), डिंडोरी (Dindori) और बालाघाट (Balaghat) ज़िलों में बड़ी संख्या में बैगा समुदाय के लोग रहते हैं. आज लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Election 2024 Phase 1) के पहले चरण में मंडला और बालाघाट सीट पर भी वोटिंग हुई. इस दौरान बैगा आदिवासी बाहुल्य गांवों में भी लोकतंत्र के महापर्व को उत्सव की तरह मनाया गया. बता दें कि मंडला लोकसभा में बजाग विकासखंड के वनग्राम बौना जहां सौ फीसदी विशेष संरक्षित बैगा जनजाति के लोग निवास करते हैं. वहां सुबह से ही बैगा आदिवासी पारंपरिक वेशभूषा पहनकर मतदान करने पहुंचे और स्थानीय भाषा में नाच गाकर लोगों से मतदान करने की अपील की.
चुनावों से एक दिन पहले करते हैं ये काम
डिंडोरी जिले के बैगा आदिवासी बाहुल्य इलाकों में शहरी इलाकों की तुलना में मतदान का प्रतिशत काफी ज़्यादा रहता है. लोकसभा, विधानसभा व त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में भी बैगा आदिवासी मतदान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं. मतदान के एक दिन पहले बैगा आदिवासी बाहुल्य ग्रामों में निवासरत ग्रामीणों से सलाह-मशवरा करते हैं और मतदान वाले दिन को किसी त्यौहार की तरह मनाते हैं. मतदान वाले दिन वे न सिर्फ पारंपरिक वेशभूषा में रहते हैं बल्कि नाच गाकर खुशियां भी मनाते हैं.
वोटिंग के दिन नाचते-देते देते हैं वोट
बता दें कि डिंडोरी जिले में आज भी ऐसे कई इलाके हैं जहां बैगा आदिवासी चार से पांच किलोमीटर दूर पैदल चलकर मतदान के लिए पहुंचते हैं. मतदान वाले दिन बैगा आदिवासी बाहुल्य ग्रामों में एक अलग ही माहौल रहता है. मतदान केंद्र खुलते ही बैगा आदिवासी एकसाथ वोट डालने पहुंचते हैं. डिंडोरी जिले में पचास से अधिक ग्रामों में बैगा जनजाति के लोग निवास करते हैं और इन गांवों में मतदान का प्रतिशत 80 फीसदी से ज्यादा रहता है. जानकारी के लिए बता दें कि बिझवार, नरोतिया, भरोतिया, नाहर, राय भैना और काढ़ भैना इनकी कुछ उपजातियाँ हैं.
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