MBBS Students: सरकार ने मान ली बात फिर क्यों रूठे हैं इंटर्न? अब हड़ताल को मिला IMA-जूडा का समर्थन

Doctors Strike: अपनी वेतन विसंगति को लेकर हड़ताल पर बने हुए मध्यप्रदेश के इंटर्न अब आर-पार के मूड में हैं. आईएमए और जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन भी अब इनके साथ मिलकर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करेंगे. यही वजह है कि कल से काली पट्टी बांधकर मध्य प्रदेश के डॉक्टर काम करेंगे.

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MBBS Internship Salary: पिछले तीन दिनों से मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में MBBS के इंटर्न स्टूडेंट न केवल हड़ताल (Strike) पर हैं, बल्कि हल्ला बोलकर सरकार (MP Government) के कान खड़े करने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं सरकार की तरफ से यह कहा जा रहा है कि इनकी मांगे मान ली गई हैं और उनका वेतन यानी स्टाइपेंड बढ़ा दिया गया है. लेकिन भविष्य के ये डॉक्टर फिर भी नाखुश हैं. इनका कहना है कि सरकार ने उनके साथ मजाक किया है. 2021 से इनका इंक्रीमेंट लंबित था, जिसे सरकार ने घोषित किया है. उसमें इन इंटर्न MBBS के छात्रों के मासिक वेतन में ₹500 महीना यानी 15 रुपए रोज की वृद्धि हुई है. नाराज बच्चों का कहना है कि जो होना ना होना बराबर है.

सपोर्ट में आया IMA 

MBBS इंटर्न का साथ देने के लिए अब IMA (Indian Medical Association) और जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन भी सामने आ गए हैं. इन दोनों संगठनों ने न केवल उनके हक में पत्र जारी किया है बल्कि हड़ताल पर जाने तक की बात कही है. फिलहाल मध्य प्रदेश के डॉक्टर कल से इन इंटर्न की मांगों का समर्थन करते हुए काली पट्टी बांधकर काम करेंगे. अब देखना यह है कि इन MBBS बच्चों का विरोध मध्य प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर कितना असर डालती है.

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क्या है मांगें?

►वेतन को हर महीने ₹30000 किया जाए.

►साल में मिलने वाले इंक्रीमेंट को नियमित रखा जाए.

►मजदूर से भी कम मिलती है दिहाड़ी जो हमारे लिए असम्मानजनक.

►2021 के बाद अब ₹500 का मिला मासिक इंक्रीमेंट इसे बढ़ाया जाए.

►सरकार ने मांग पूरी करने के नाम पर क्यों पकड़ाया झुनझना?

सरकार ने घोषित की 2021 से लंबित इंक्रीमेंट की रकम

2019 बैच के MBBS इंटर्न डॉक्टर ओम पटेल ने बताया कि वह साफ तौर पर यह बताना चाहते हैं कि सरकार ने उनके वेतन में ₹500 की वृद्धि की है, जो 2021 से लंबित था. जबकि डॉक्टर कह रहे हैं कि उनके मासिक वेतन में दोगुनी वृद्धि की जाए और उनका ₹30000 महीने का भुगतान किया जाना चाहिए. इसी बैच की डॉक्टर नताशा ने कहा कि सरकार ने हमारी मांगे मान लेने के नाम पर केवल झुनझुना थमा दिया, यही वजह है कि हम हड़ताल पर बने हुए हैं.

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MBBS इंटर्न का कहना है कि एक मजदूर को भी सरकार की नीति के अनुसार ₹500 प्रतिदिन के हिसाब से वेतन मिलता है, लेकिन हम लोगों को सरकार अब 13900 रुपए ही दे रही है इसका मतलब साफ है कि हमारा वेतन मजदूर से भी काम है.

मध्य प्रदेश के डॉक्टर बांधेंगे काली पट्टी

अपनी वेतन विसंगति को लेकर हड़ताल पर बने हुए मध्यप्रदेश के इंटर्न अब आर-पार के मूड में हैं. आईएमए और जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन भी अब इनके साथ मिलकर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करेंगे. यही वजह है कि कल से काली पट्टी बांधकर मध्य प्रदेश के डॉक्टर काम करेंगे.

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NDTV का दिया धन्यवाद

एनडीटीवी ने इन इंटर्न की बात को पुरजोर तरीके से अपने समाचारों में शामिल किया और इनकी आवाज बनने की कोशिश की. इन स्टूडेंट्स का कहना है कि एनडीटीवी में हमारी आवाज को सरकार तक पहुंचाने में हमारी मदद की है. इसके लिए हम एनडीटीवी के शुक्रगुजार हैं.

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