MP News in Hindi : मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले में PwD के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर संतोष ठाकुर पर गंभीर आरोप लगे हैं. बिहार के ठेकेदार सुरेंद्र प्रसाद ओझा ने आरोप लगाया है कि संतोष ठाकुर ने उनसे एक लाख रुपये कमीशन की मांग की. ठेकेदार ने यह भी आरोप लगाया कि कमीशन न देने पर उनके साथ दफ्तर के अंदर अभद्रता की गई और कॉन्ट्रैक्ट रद्द करने की धमकी भी दी गई. जानकारी के अनुसार, सुरेंद्र प्रसाद ओझा ने बताया कि उन्हें शहपुरा के कोहानी देवरी गांव से लेकर मानिकपुर तक सड़क मजबूतीकरण का काम दिया गया था. ये टेंडर 1.73 करोड़ रुपये का है. ठेकेदार का कहना है कि इस काम के लिए एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने कमीशन के रूप में एक लाख रुपये मांगे. ठेकेदार ने ये भी बताया कि कुछ कमीशन इंजीनियर ने आगे ऑडिटर जगदीश ताम्रकार को भी दिया है. जिसके सबूत उनके पास मौजूद हैं.
एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने दिया बयान देने से इनकार
पीड़ित ठेकेदार ने पूरे मामले की शिकायत कोतवाली पुलिस से की है. कोतवाली थाना प्रभारी ने कहा कि मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. जब इस मामले में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर संतोष ठाकुर से संपर्क किया गया तो उन्होंने कैमरे के सामने कोई बयान देने से इनकार कर दिया. ये भी कहा जा रहा है कि वे डिंडौरी जिले में लंबे समय से पदस्थ हैं और उनकी कार्यशैली को लेकर पहले भी विवाद उठते रहे हैं.
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मामला सामने आने के बाद पुलिस ने कही जांच की बात
इस मामले में ऑडिटर जगदीश ताम्रकार का नाम भी सामने आया है. ठेकेदार ने आरोप लगाया है कि जगदीश ने कमीशन के 20 हजार रुपये खुद स्वीकार किए. इस आरोप से Pwd की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. घटना के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और पीड़ित को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है.
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