MP News: बैतूल में प्यास से सूखे कंठ, 6 करोड़ रुपये खर्च फिर भी फिल्टर प्लांट से शहर तक नहीं पहुंचा पानी

Betul News: गर्मी जैसे-जैसे बढ़ रही है, पानी की मांग भी उसीक्रम में बढ़ती जा रही है, प्यास से कहीं कंठ सूखे हैं, तो कहीं दशकों से पानी का मिलना सपने जैसा है, कुछ ऐसा ही हाल एमपी के बैतूल के भैंसदेही नगर का है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
बैतूल में सूखे कंठ, 6 करोड़ खर्च फिर भी फिल्टर प्लांट से नगर तक क्यों नहीं पहुंचा पानी?

Madhya Pradesh News: गर्मी बढ़ने के साथ ही मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कई जिलों में पेयजल संकट (Water Scarcity) गहराता जा रहा है. बैतूल (Betul) , टीकमगढ़ (Tikamgarh), विदिशा (Vidisha) समेत चंबल संभाग (Chambal Reason) में इन दिनों पानी की किल्लत बनी हुई है. बैतूल जिले (betul District) के भैंसदेही नगर की प्यास बुझाने के लिए कांग्रेस सरकार (Congress Govrnment) में कुर्सी जलाशय से पानी लिफ्ट कर फिल्टर प्लांट तक लाने के बाद फिल्टर प्लांट से यह पानी शहर में सप्लाई करने की योजना बनी थी.

इस पूरी योजना की शुरुआत के लिए सरकार ने 2 करोड़ रुपये स्वीकृत भी किए थे. 24 सालों में इस योजना की लागत बढ़कर 24 करोड़ रुपये हो गई है. इसके लिए अब तक 6 करोड़ रुपये जारी भी किए जा चुके हैं. लेकिन, अब तक प्लांट से शहर तक पानी का एक कतरा भी नहीं पहुंच पाया है. 

योजना में तकनीकी खामियां

 24 सालों में फिल्टर प्लांट से 4 किलोमीटर की दूरी पर बसे शहर तक पानी नहीं पहुंचा. यहां के नागरिक आज भी प्यास बुझाने के लिए जद्दोजहद करने को मजबूर हैं. जानकार बताते हैं कि योजना में तकनीकी खामियां भी रही है, जिसकी वजह से शहरवासियों को पानी नसीब नहीं हो सका है.

ये भी पढ़ें- नल जल योजना हवा - हवाई ! MP में दूषित पानी पीकर तीन दर्जन लोग पहुंचे अस्पताल

गंदा पानी पीने से पूरा मोहल्ला बीमार
बता दें कि टीकमगढ़ जिले में हालत यहां तक पहुंच चुके हैं कि लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं. ताजा मामला नगारा गांव की हरिजन बस्ती का है. जहां करीब 35 से अधिक लोग दूषित पानी पीकर अस्पताल पहुंच गए. जैसे ही लोगों की तबीयत बिगड़ने की खबर प्रशासन तक पहुंची, तो स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची. एक तरफ सरकार जहां नल-जल योजना से हर घर तक पानी सप्लाई का दावा कर रही है, वहीं दूसरी ओर ऐसी खबरें सरकारी दावों की पोल खोल रही है.

ये भी पढ़ें- गिरफ्त में "पुलिस"! छाछ-आम जैसे कोडवर्ड, 2 से 10 लाख में मान्यता का सौदा, देखिए NDTV नर्सिंग कॉलेज पड़ताल

Advertisement

Topics mentioned in this article