MP Brand Ambassador: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) सरकार ने माउंट एवरेस्ट (Mt. Everest) पर तिरंगा फहराने वाली पर्वतारोही भावना देहरिया मिश्रा (Bhawna Dehariya Mishra) और उनकी बेटी सिद्धि मिश्रा (Siddhi Mishra) को शनिवार को 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया. यह घोषणा राज्य के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा यहां पीएम (पीजी) कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में आयोजित एक कार्यक्रम में की गई, जिसमें छिंदवाड़ा के सांसद विवेक बंटी साहू, जिलाधिकारी शीलेंद्र सिंह और महापौर विक्रम अहाके शामिल हुए.
पूरे देश में फैलेगा शिक्षा का संदेश-विवेक बंटी साहू
छिंदवाड़ा के सांसद विवेक बंटी साहू ने कहा, 'भावना मिश्रा और सिद्धि की उपलब्धियां इस बात का सबूत हैं कि अगर सही अवसर प्रदान किए जाएं, तो हमारी बेटियां क्या-क्या कर सकती हैं. ब्रांड एंबेसडर के रूप में उनकी नियुक्ति से पूरे देश में लड़कियों की शिक्षा और लैंगिक समानता का संदेश फैलाने में मदद मिलेगी.' इस मौके पर महापौर अहाके ने कहा कि नियुक्ति से छिंदवाड़ा का गौरव बढ़ा है और इससे युवाओं को उच्च लक्ष्य निर्धारित करने तथा सामाजिक मानदंडों को चुनौती देने की प्रेरणा मिलेगी.
2019 में की थी माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई
भावना की बेटी सिद्धि मिश्रा, जिनका जन्म सात अप्रैल, 2021 को हुआ, अपनी मां के साथ एवरेस्ट आधार शिविर (ईबीसी) तक पहुंचने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र की लड़की बन गई. उस समय सिद्धि दो साल की थी. नेपाल में यह शिविर समुद्र तल से 5,364 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. इस अभियान के दौरान मां-बेटी की जोड़ी ने 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का संदेश फैलाया था. भावना देहरिया मिश्रा ने 22 मई, 2019 को माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की थी.
ये भी पढ़ें :- MP News: क्रिकेट में कॉमेंट्री देने के बाद जयवर्धन सिंह का आया इस पुराने खेल पर दिल, गांव वालों के साथ जमकर लगाए ठहाके
दोनों की यात्रा प्रेरक-जिला कार्यक्रम अधिकारी
महिला एवं बाल विकास की जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मोनिका बिसेन ने कहा, 'भावना देहरिया और उनकी बेटी सिद्धि मिश्रा का 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान के लिए ब्रांड एंबेसडर के रूप में चयन दृढ़ संकल्प और उपलब्धि की भावना का प्रतीक है. उनकी प्रेरक यात्रा अनगिनत लड़कियों और महिलाओं को अपने सपनों को पूरा करने तथा बाधाओं को दूर करने के लिए प्रेरित करेगी.'
ये भी पढ़ें :- MP के इको विकास समितियों की हालत गंभीर... सरकार और वन विभाग पर लापरवाही के लग रहे आरोप