MP में नहीं बदल रहे हालात, रोजगार के लिए जारी है पलायन... कटनी मुड़वारा स्टेशन पर दिखा मजदूरों का जमावड़ा

Katni Railway Station: गरीब मजदूरों अपना घर और अपना शहर कटनी छोड़ने के लिए मजबूर हैं. मजबूरी भी शायद इतनी ज्यादा है कि इनका जमावड़ा कटनी रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला. इस दौरान उन्होंने अपनी परेशानी बताई.

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Labours on Railway Station: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कई ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने के प्रदेश सरकार के दावे अब जमीनी हकीकत में कुछ अलग ही तस्वीर बयां कर रही है... मैहर (Maihar), उमरिया जिले सहित कटनी (Katni) जिले के दर्जनों गांव से रोजगार की तलाश में ग्रामीण पलायन (Migration) करने को मजबूर है. यही वजह है कि कटनी मुड़वारा रेलवे स्टेशन (Katni Mudwara Railway Station) पर ग्रामीण मजदूरों की भीड़ देखने को मिली. इसको देखते हुए रेलवे प्रशासन ने ट्रेनों की संख्या भी बढ़ाई. लेकिन, वह भी काफी नहीं थी. जिले के प्रभारी मंत्री उदय प्रताप सिंह (Uday Pratap Singh) ने मजदूरों के पलायन मामले पर कहा कि कटनी में लोग रोजगार के लिए यहां आते है, लेकिन कटनी से बाहर जाने का वह नहीं सुने है.

कटनी स्टेशन पर दिखी मजदूरों की भीड़

ग्रामीण मजदूरों ने बताया अपना दर्द

NDTV की टीम ने कटनी मुड़वारा स्टेशन पर जाकर उनसे चर्चा की. इस दौरान वहां मौजूद मजदूरों ने बताया कि वे लोग धान और सोयाबीन की कटाई के लिए बीना जा रहे हैं. उनके गांव में रोजगार का अकाल पड़ा हुआ है. कई लोगों के पास खेती की जमीन नहीं है, तो कुछ ग्रामीणों के खेतों में पानी भरा हुए है. मनरेगा में काम नहीं मिल पा रहा है. कुछ ग्रामीणों ने काम किया भी है, तो उन्हें पैसा नहीं मिला है. जिससे अपनी आजीविका के लिए वह अपना घर-द्वार छोड़कर परिवार सहित दूसरे जिले में जा रहे हैं.

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कटनी स्टेशन से पलायन कर रहें मजदूर

एक साल से नहीं मिला मनरेगा का पैसा-बलिराम

नदावन गांव से आये बलिराम ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ बीना जा रहे है. उनके गांव में काम नहीं है. पिछले एक साल उन्होंने मनरेगा में काम किया था, लेकिन एक साल का पैसा अब तक नहीं मिला है. वह पैसा पाने के लिए दफ्तरों के कई चक्कर लगा चुके हैं. अब उन्हें बाहर जाना पड़ रहा है.

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पैसे का है अभाव-देवा 

मजदूरों का खस्ता हाल सिर्फ एमपी में नहीं है. इसके अलावा छत्तीसगढ़ के ग्रामीणों का भी यही हाल है. बैकुंठपुर जिले से आये देवा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में काम नही है इसलिए वह  रोजगार के लिए बीना जा रहे है उनके पास पैसा का अभाव है जिससे वह यहां फंसे है. कटनी जिले के इटौरा गांव के ग्रामीणों ने भी परेशानी बताई. जिसमें रमई ने बताया कि उन्हें गांव में काम नहीं मिल रहा है, इसलिए वह बीना जा रहे है. गांव से आई ग्रामीण महिला चंपा और सुनीता ने भी अपनी परेशानी बताई. जिसमें बताया कि उन्हें गांव में कोई रोजगार नहीं मिल पर रहा है. उनके गांव और आसपास के क्षेत्र के लोग, सभी लोग काम की तलाश में जा रहे है. उनके गांवों में आसपास कोई भी गरीब नहीं मिलेगा.

रोजगार की मार झेल रहे मजदूर

स्टेशन मास्टर ने बताया मजदूरों के पलायन का सच

कटनी मुड़वारा रेलवे स्टेशन के स्टेशन मैनेजर कमर्शियल के. के. दुबे ने बताया कि इन दिनों मजदूरों के पलायन का सिलसिला जारी होने से स्टेशन में काफी भीड़ हो रही है. रेलवे द्वारा अतिरिक्त स्पेशल ट्रेन भी चलाई जा रही है. कल भी एक ट्रेन बीना तक के लिए चली थी और आज सुबह भी एक ट्रेन रवाना हुई है, लेकिन लगातार मजदूरों के आने से स्टेशन में भीड़ बरकरार है.

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प्रभारी मंत्री ने मामले से किया इनकार

कटनी प्रवास के दौरान जिले के प्रभारी मंत्री उदय प्रताप सिंह ने बताया कि वे सुने हैं कि लोग बाहर से काम करने कटनी आता है. लेकिन, कटनी से लोग काम करने के लिए बाहर जा रहे है, यह पहली बार सुन रहा हूं. उनके मुताबिक ऐसा कुछ मामला नहीं है. 

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