
MP Rakshabandhan Special Story: रक्षाबंधन की मान्यता है कि बहनें भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है, जिससे भाई उनकी हमेशा रक्षा करता रहे. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बुरहानपुर (Burhanpur) जिले से ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक बहन ने अपने भाई की जान बचाई है. बहन ने जीवित लिवर दान देकर अपने भाई की जान बचाई और दुनिया को दिखाया कि जरूरत पड़ने पर बहन भी भाई की रक्षा कर सकती है. शहर के गीता दत्त नगर की रहने वाली अर्चना महाजन ने शादी के 30 साल बाद भी अपने पति और बच्चों की परवाह किए बिना अपने भाई की जान बचाने के लिए लीवर दान कर दिया. दोनों बहन - भाई पूरी तरह से स्वस्थ्य है.
क्या है पूरा मामला?
बुरहानपुर की अर्चना महाजन ने भाई की जान बचाने के लिए स्वयं का लीवर दान कर दिया. यह ऑपरेशन 20 घंटे तक चला, जो मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में डॉ. सोमनाथ चटोपाध्याय ने किया. इस संबंध में अर्चना महाजन से चर्चा की गई, तो उन्होंने बताया कि किस प्रकार एक जुनून था कि भाई की जान बचाना है और इसके लिए किस प्रकार का कठिन निर्णय लिया. जबकि, अर्चना पर अपने मायके के साथ-साथ ससुराल और पति बच्चों का भी भार था.
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पूरे शहर में चर्चा
अर्चना महाजन के इस कदम की पूरे शहर में तारिफ हो रही है. खासकर समाजसेवा और राजनीति से जुड़ी महिलाएं अर्चना के इस साहसिक कदम की तारिफ कर रही है. उन्होंने कहा कि ऐसा करके एक बार फिर अर्चना ने महिलाओं का गौरव बढ़ाया है.
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