Crime: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के धार (Dhar News) जिले के मनावर तहसील के ग्राम पेटलावद के दो माह के मासूम बच्चे (Innocent Children) की लापरवाही ने जान ले ली. कारण था समय पर उसका इलाज न होना... मामले में परिजनों ने एंबुलेंस स्टाफ (Ambulance Staff) की लापरवाही को जिम्मेदार बताया. परिजनों का कहना है कि अगर बच्चे को समय पर ट्रेंड स्टाफ के द्वारा इलाज मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी.
एंबुलेंस में नहीं था ट्रेंड स्टाफ
मामला मनावर के ग्राम पेटलावद का है, जहां परिजन दो माह के बालक को इलाज के लिए धार जिला अस्पताल लेकर निकले थे. लेकिन, एंबुलेंस में ट्रेंड स्टाफ नहीं होने के कारण बच्चे को न तो ऑक्सीजन सपोर्ट दिया गया और ना ही कोई मेडिकल उपचार मिल पाया. जिसके कारण धार जिला अस्पताल पहुंचने से पहले ही बच्चे ने दम तोड़ दिया. जिला अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.
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शिशु रोग विशेषज्ञ ने बताया ये कारण
जिला अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ ने बताया कि मासूम बच्चे को परिजन अगर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाकर प्राथमिक उपचार कर लेते, तो शायद बच्चे की जान बच सकती थी. मृत बच्चे की हालत को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि पिछले 5-6 दिनों से यह बीमार रहा होगा. लेकिन, घर पर ही टोना टोटका किया गया. उसके बाद स्थिति खराब होने पर उसे सीधे धार जिला अस्पताल लाया गया. तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
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