IPL 2026 Auction: प्रैक्टिस के लिए नहीं थे पैसे, गांव-गांव जाकर खेलते थे मैच... अब IPL में 5.20 करोड़ की लगी बोली

Mangesh Yadav Biography: मंगेश यादव के लिए यहां तक पहुंचना आसान नहीं था... उन्हें यहां तक पहुंचने में काफी संघर्षों का सामना करना करना, लेकिन वो हार नहीं माने. एक छोटे से गांव से आने वाले मंगेस नोएडा प्रैक्टिस के लिए जाते थे... हालांकि इसके लिए उनके पास पैसे नहीं, तब वो छोटे-छोटे मैच खेलकर पैसे इकट्ठा करते थे. ऐसे में यहां जानते हैं मंगेश यादव की क्रिकेट जर्नी.

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IPL 2026 Auction, Mangesh Yadav Success Story: इंडियन प्रीमियर लीग 2026 के मिनी ऑक्शन (IPL 2026 Auction) में इस बार देशी और विदेशी खिलाड़ियों पर जमकर पैसा बरसा. इस मिनी ऑक्शन में 77 खिलाड़ी सोल्ड हुए. सोल्ड हुए प्लेयर्स में 48 भारतीय और 29 विदेशी खिलाड़ी शामिल है. इस ऑक्शन के बाद एक खिलाड़ी काफी चर्चाओं में है... जिसे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने 5 करोड़ 20 लाख रुपये की बोली लगाकर अपनी टीम में शामिल किया है.

बता दें कि इस खिलाड़ी का नाम मंगेश यादव है और यह मध्य प्रदेश के पांढुर्ना जिले के रहने वाले हैं. मंगेश का बेस प्राइज 30 लाख रुपये था. ऐसे में यहां जानते हैं मंगेश यादव के बारें में सबकुछ...

मंगेश यादव पर IPL में 5.20 करोड़ की लगी बोली

पांढुर्ना जिले के सौसर के रहने वाले मंगेश यादव का आईपीएल ऑक्शन में चयन हुआ है. उन्हें आरसीबी ने 5.20 करोड़ रुपये की बोली लगाकर अपनी टीम में शामिल किया है. इस मिनी ऑक्शन के बाद पैतृक निवास पर जश्न का माहौल छा गया. मंगेश के चयन की घोषणा होते ही उनके घर में खुशी की लहर दौड़ गई. मंगेश के परिजनों ने जमकर आतिशबाजी की. साथ ही सभी ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया. इधर, छिंदवाड़ा के पूर्व सांसद नकुलनाथ ने भी मंगेश के माता पिता को फोन कर बधाई दी.

आसान नहीं थी मंजिल...

मंगेश यादव का जन्म 10 अक्टूबर, 2002 को छिन्दवाड़ा के बोरगांव में हुआ, जो अब पांढुर्णा जिले का हिस्सा है. मंगेश के पिता राम अवध यादव पेशे से ड्राइवर है, जबकि मां गृहिणी है. उन्होंने बोरगांव के लिटिल स्टेप हायर सेकेंडरी स्कूलसे 12वीं तक पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने क्रिकेट में अपना करियर बनाया. बता दें कि मंगेश का बचपन से ही क्रिकेट में काफी रुचि थी. हालांकि साधारण परिवार से होने के कारण यहां तक पहुंचना इतना आसान नहीं था. इसके बावजूद मंगेश ने अपने सपनों को उड़ान दी.

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मंगेश को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था. हालांकि उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा. आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बाद भी मंगेश लगातार क्रिकेट की प्रैक्टिस करने छिंदवाड़ा आते थे.

प्रैक्टिस करने के लिए नहीं थे पैसे

इतना ही नहीं प्रैक्टिक्स के लिए नोएडा जाने के लिए इनके पास पैसे नहीं होते थे. ऐसे में उन्होंने अपने सपने को उड़ान देने के लिए आस-पास के गांवों में मैचे खेला करते हैं... इसके बदले उन्हें 1000 से 5000 रुपये मिलते थे. जिसके बाद वो नोएडा  प्रैक्टिक्स के लिए जाते थे.

 

मंगेश के दोस्त उत्सव बैरागी ने NDTV को बताया कि मंगेश यादव ने यहां तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष किया है. वो छोटे छोटे गांवों में मैच खेला करता था, ताकि वो नोएडा में प्रैक्टिक्स कर सके. 

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मंगेश एक बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ऑलराउंडर हैं. वो बड़े शॉट लगाने की काबिलियत रखते हैं.

23 क्रिकेट टूर्नामेंट में IPL तक... मंगेस का ऐसा है क्रिकेट का सफर

मंगेश यादव ने छिंदवाड़ा के इंदिरा गांधी क्रिकेट स्टेडियम से अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की. वो यूट्यूब क्रिकेट क्लब के खिलाड़ी भी हैं. उन्होंने जबलपुर के लिए कई सालों तक मैच खेला. इसके बाद उनका चयन अंडर 23 क्रिकेट टूर्नामेंट और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (टी-20) में हुआ. इसके अलावा उनका चयन MPL में हुआ... वो ग्वालियर चीतास की टीम के लिए खेलते थे. ग्वालियर चीताज की ओर से खेलते हुए मंगेश ने 6 मैचों में महज 12 की औसत से 16 विकेट झटके. इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच से नवाजा गया था. बता दें कि इस दौरान ही वो अपनी गेंदबाजी से सभी का ध्यान खींचा. 

मंगेश के पिता ने बताया कि मंगेश को बचपन से ही क्रिकेट में रुचि थी. मंगेश ने ग्वालियर चीतास के लिए खेलते हुए 6 मैचों में 14 विकेट लिए थे.

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जरूरतमंद लोगों को इनाम की राशि से करते हैं मदद

मंगेश यादव का दिल काफी बड़ा है... वो अपने अपने इनाम राशि से जरूरतमंद लोगों को मदद करते हैं. इंदौर में उन्हें बेस्ट प्लेयर का अवॉर्ड से नावाजा तब वो इनाम में मिले 10 हजार रुपये की राशि ग्राउंड की सफाई करने वाले ग्राउंडमैन को दे दी थी. वहीं 2022 में छिंदवाड़ा में आयोजित सांसद क्रिकेट कप के दौरान उन्हें बेस्ट ऑलराउंडर का अवॉर्ड मिला था. इस दौरान उन्हें एक साइकिल इनाम में मिली थी, लेकिन मंगेश यादव साइकिल भी ग्राउंडमैन को गिफ्ट में दे दी थी. '

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