Dindori News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के डिंडोरी (Dindori) जिले के मुड़िया कला गांव में एक ऐसा अनोखा हैंडपंप है जिसे बिना चलाये ही पानी की तेज धारा निकलती रहती है... आप तस्वीरों में देख सकते हैं कि हैंडपंप (Handpump) से पानी की धार कितनी तेज रफ़्तार से अपने आप निकल रही है. इस हैंडपंप से पानी की धार को कम करने के लिए एक के बजाय दो टोंटी लगाई गई हैं. बावजूद इसके दोनों टोटियों से काफी फ़ोर्स के साथ पानी निकलने का सिलसिला जारी है. हैंडपंप के मेन टोंटी से पानी इतनी रफ़्तार के साथ नीचे गिरता है कि कांक्रीट पर गड्ढा हो गया है.
चार साल पुराना मामला
स्थानीय लोग बताते हैं कि करीब चार साल पहले मध्य प्रदेश पब्लिक हैल्थ इंजीनियरिंग विभाग के द्वारा नलकूप के लिए खनन किया जा रहा था. उस वक्त जमीन से करीब 100 फ़ीट ऊपर जलधारा बहने लगी थी. तब बड़ी मुश्किल से हैंडपंप को सेट किया गया था. बारिश का मौसम शुरू होते ही इस हैंडपंप से ऑटोमेटिक पानी निकलने का सिलसिला शुरू हो जाता है, जो सर्दियों के मौसम तक चलते रहता है और गर्मी का मौसम आते ही हैंडपंप से पानी की धार कम होने लगती है. स्थानीय लोग यह भी बताते हैं कि इस हैंडपंप के कारण उनके मोहल्ले में कभी पानी की समस्या नहीं होती, बल्कि आसपास के ग्रामीण इस हैंडपंप से पानी लेकर जाते हैं.
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सैकड़ों लीटर शुद्ध पानी की बरबादी
खास बात यह है कि इस हैंडपंप से हर दिन सैंकड़ों लीटर शुद्ध पानी व्यर्थ में बह रहा है. पिछले चार साल में न जाने कितना पानी इस हैंडपंप से बहकर बर्बाद हो गया, लेकिन जल ही जीवन है का नारा अलापने वाला पीएचई विभाग अब तक यहां जलसंरक्षण के लिए कोई पहल तक नहीं कर पाया है. हालांकि NDTV की खबर के बाद पीएचई विभाग के अधिकारी बहुत जल्द हैंडपंप के पास तालाब बनाकर जल को संरक्षित करने का भरोसा जता रहे हैं. पीएचई विभाग के अधिकारी ने बताया की मुडियाकला गांव स्थित हैंडपंप के पानी को लैब में टेस्ट कराया गया है, जो बिलकुल शुद्ध है.
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