MP's Omkareshwar Dam: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) मे ऐसा आंधी - तूफान आया कि ओंकारेश्वर बांध (Omkareshwar Dam) में पानी पर तैरते सोलर प्लांट की छत ही उड़ गई. प्रदेश (Madhya Pradesh) के खंडवा जिले (Khandwa) में एशिया (Asia) की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर पावर परियोजना के लॉन्चिंग स्टेशन में मंगलवार देर शाम चली तेज हवाओं से बड़ा नुकसान हुआ है. इस सोलर प्लांट को एशिया का सबसे बड़ा पानी पर तैरता सोलर प्लांट माना जा रहा है.
दरअसल यहां रोजाना सोलर पैनलों को लॉन्च करने से पहले टोइंग और असेंबल करके रखा जाता है. लेकिन मंगलवार शाम के समय चली तेज हवा आंधी से इस परियोजना की लगभग 1.2 मेगावाट के सोलर पैनल हवा से पलट गए हैं. हालांकि इसके चलते कितना नुकसान हुआ है इसका अभी अंदाजा लगा पाना मुश्किल है. बुधवार सुबह से इन सभी पैनलों के टेस्टिंग के बाद ही नुकसान का सही आकलन किया जा सकता है.
1.2 मेगावाट की सोलर पैनल के मॉड्यूल हवा से पलट गई
बताया जा रहा है कि खंडवा जिले (Khandwa District) के ओंकारेश्वर डैम के बैक वाटर के इंधावड़ी क्षेत्र में एनएचडीसी और टाटा कंपनी के द्वारा असेंबल करके रखी जा रही. सोलर पैनल में तेज हवाओं के चलते नुकसान हुआ है, और लगभग 1.2 मेगावाट की सोलर पैनल के मॉड्यूल हवा से पलट गए हैं. हालांकि बताया जा रहा है कि यह सभी मॉड्यूल लॉन्चिंग से पहले रिजर्वायर में पार्क करके रखे गए थे, जिसके चलते कोई बड़ा नुकसान तो नहीं हुआ है. लेकिन अब अगले दिन इन सभी पैनल की दोबारा टेस्टिंग के बाद ही नुकसान का सही आकलन पता चल पाएगा. वहीं ऊर्जा विकास निगम के अधिकारियों की टीम इस घटना पर निरीक्षण कर रही है और नुकसान का जायजा लेकर जल्द ठीक करने के लिए काम कर रही है.
एक्सपर्ट बोले 1.2 मेगावाट के पैनल पलटे
वहीं इस परियोजना के सोलर स्पेशलिस्ट अधिकारी गौरव बारी ने बताया कि वहां पर अभी लॉन्चिंग का काम जारी है, जो पैनल रिजर्व वायर में पानी में लॉन्च हो चुके हैं उनमें किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है. हालांकि अभी इंधावड़ी में एनएचडीसी और टाटा का जो काम चल रहा है वहां पर चूंकि अचानक से तेज हवा चली. जिससे वहां जो पार्क करके पैनल रखे हुए थे जिन्हें असेंबल किया हुआ था और उन्हें मंगलवार को लांच करने के लिए अंदर ले जाना था. उनमें से लगभग 1.2 मेगावाट के पैनल पलट गए हैं. वहीं उन्होंने बताया कि जिस तरह से नाव बांध कर जाते समय रखी जाती है और वह पलट जाती है, इसी तरह से रिजर्वायर में रखी यह पैनल पलट गए हैं.
बुधवार से एक्सपर्ट करेंगे पलटे हुए पैनलों की जांच
सोलर स्पेशलिस्ट गौरव ने बताया कि बुधवार से इन पैनलों की एक बार फिर से टेस्टिंग की जाएगी. इसके बाद मालूम चलेगा कितने पैनल वर्किंग में है और कितने पैनल का नुकसान हुआ है. हालांकि यह सभी पैनल वही है जो अभी तक प्लेस नहीं हो पाए हैं और जो पैनल प्लेस होकर लॉन्च हो चुके हैं उनमें किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है. बताया जा रहा है कि अधिकारियों को मंगलवार को हवा चलने का किसी तरह का अनुमान नहीं था, लेकिन अचानक से तेज हवाएं चलने लगी. जिसके चलते दिन भर की जो असेंबलिंग एक्टिविट थी उसके पैनल में यह नुकसान हो गया.
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