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मौत का सिरप! MP में फिर 5 माह के मासूम की मौत; पोस्टमार्टम के लिए कब्र से निकाला शव

मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के खटखरी गांव में 5 माह के मासूम ने सिरप के कुछ मिनटों में जान गंवाई. बिना डॉक्टर की पर्ची के मेडिकल स्टोर संचालक द्वारा दिया गया कफ सिरप शक के दायरे में है. प्रशासन ने मेडिकल दुकान सील कर शव को कब्र से निकाल पोस्टमार्टम और फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है.

मौत का सिरप! MP में फिर 5 माह के मासूम की मौत; पोस्टमार्टम के लिए कब्र से निकाला शव

Cough Syrup Child Deaths in MP: मध्य प्रदेश में हाल ही में जहरीले कफ सिरप में 20 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई थी. ये मामला अभी शांत हुआ ही नहीं था कि मऊगंज जिले में एक और मासूम ने सिरप की वजह से दम तोड़ दिया. जिले के खटखरी गांव में 5 महीने के मासूम बच्चे की मौत कफ सिरप पीने के कुछ ही मिनटों बाद हो गई. 

जानकारी के मुताबिक, बच्चे को हल्की सर्दी-खांसी थी, इसलिए उसकी मां श्वेता यादव इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाने के बजाय पास की एक मेडिकल दुकान पर पहुंच गईं. मेडिकल स्टोर संचालक ने बिना डॉक्टर की पर्ची के ही सिरप दे दिया. मां ने घर आकर बच्चे को वही सिरप पिलाया, लेकिन कुछ ही देर में बच्चे की हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई.

कब्र से निकाला गया बच्चे का शव

घटना के बाद परिवार ने इसे बदकिस्मती मानकर चुपचाप बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया. लेकिन जब मां ने पूरी घटना परिवार को बताई तो मामला पुलिस के पास पहुंचा. प्रशासन ने तत्काल एक्शन लेते हुए बच्चे के शव को 5 दिन बाद कब्र से निकलवाया और फोरेंसिक जांच और पोस्टमार्टम के लिए उसे रीवा के संजय गांधी अस्पताल भेजा गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ होगा कि बच्चे की मौत की असली वजह क्या थी? 

बिना पर्ची दवा देने पर मेडिकल स्टोर सील

जैसे ही मामला सामने आया, स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत जांच शुरू कर दी. जांच में सामने आया कि मेडिकल स्टोर संचालक ने डॉक्टर की सलाह के बिना ही सिरप बेच दिया था. नियमों के मुताबिक, खासकर 5 साल से कम उम्र के बच्चों को कोई भी दवाई बिना डॉक्टर की पर्ची के नहीं दिया जा सकता. इसी लापरवाही के चलते प्रशासन ने मेडिकल स्टोर को सील कर दिया है और आगे की कार्रवाई जारी है.

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एमपी में हुई थी 24 बच्चों की मौत

यह घटना इसलिए भी गंभीर है क्योंकि कुछ ही दिनों पहले एमपी के छिंदवाड़ा और बैतूल में 24 बच्चों की मौत एक जहरीले कफ सिरप से हो चुकी है. उस हादसे के बाद पूरे प्रदेश में कफ सिरप पर सख्त पाबंदी लगा दी गई थी. बावजूद इसके मऊगंज में नियमों की ली अनदेखी हुई. यह लापरवाही एक बार फिर एक मासूम की जान ले गई.

प्रशासन ने दिए सख्त निर्देश

मऊगंज कलेक्टर संजय जैन ने कहा है कि बच्चे की मौत की पूरी जांच की जा रही है. फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय होगी. उन्होंने चेतावनी दी कि अब किसी भी मेडिकल स्टोर पर बिना डॉक्टर की पर्ची के कोई दवा बेची गई, तो कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी. 

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