छिंदवाड़ा के गांव में उल्टी-दस्त का कहर, 12 से ज्यादा बीमार और 2 ने तोड़ा दम; हो रही पानी की जांच

गांव में दूषित पानी की वजह से करीब 10 से 12 लोग उल्टी और दस्त के शिकार हो गए. शुक्रवार रात को इनमें से 2 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई. गांव में पीने के पानी की सप्लाई हैंडपंप और बोरवेल से होती है. अब पानी की जांच की जा रही है.

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मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में पीने के गंदे पानी की वजह से शुक्रवार रात करीब एक दर्जन से ज्यादा लोग अचानक बीमार पड़ गए. सभी को उल्टी और दस्त की शिकायत के बाद तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिनमें दो लोगों की हालात काफी गंभीर थी. उन्होंने इलाज के दैरान दम तोड़ दिया. यह घटना छिंदवाड़ा के कोसमी गांव की है. अमरवाड़ा तहसील के कोसमी गांव में शुक्रवार शाम को अचानक के कुछ घरों के दर्जनों लोगों को उल्टी और दस्त शुरू हो गए. देखते ही देखते उनकी तबीयत काफी बिगड़ने लगी, जिनमें एक लड़के और एक बुजुर्ग महिला ने दम तोड़ दिया. 

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एक दर्जन से ज्यादा लोग उल्टी-दस्त से बेहाल

उल्टी और दस्त से पीड़ित सभी लोगों को तुरंत अमरवाड़ा सिविल अस्पताल समेत जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया.  देर रात 21 साल के युवक और 65 साल की वृद्ध महिला की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई. इस घटना की जानकारी जिला अस्पताल के सिविल सर्जन ने दी. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को देर रात अमरवाड़ा के कोसमी गांव के  4 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सभी को  उल्टी और दस्त की शिकायत थी. इलाज के दौरान गणेशी बाई नाम की बुजुर्ग महिला की मौत हो चुकी है. 

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गंदा पानी पीने से बीमार पड़ने की आशंका

वहीं अमरवाड़ा एसडीएम हेमकरण धुर्वे ने भी गांव के लोगों के उल्टी और दस्त से पीड़ित होने की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पीड़ितों का इलाज लगातार चल रहा है. जिला अस्पताल में एक महिला की मौत हो चुकी है. उन्होंने पाीने के पानी की वजह से लोगों के बीमार होने की आशंका जताई है. एसडीएम ने कहा कि गांव में पेयजल की जांच के लिए पीएचई विभाग की टीम पहुंची है. वहीं गांव के ही रहने वाले सुनील चंद्रवंशी ने बताया कि गांव में दूषित पानी की वजह से ही करीब 10 से 12 लोग उल्टी और दस्त के शिकार हुए हैं. शुक्रवार रात को इनमें से 2 लोगों की मौत हो गई. बता दें कि गांव में पीने के पानी की सप्लाई हैंडपंप और बोरवेल से होती है..दूषित पानी की वजह से ही बड़ी संख्या में लोगों के बीमार होने की आशंका जताई जा रही है.

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अब हो रही पीने के पानी की जांच

गांव में नल जल योजना के जरिए टंकी से आने वाले पीने के पानी की जांच पीएचई विभाग की टीम कर रही है. साथ ही गांव में दवाएं बांटी जा रही हैं. बड़ी संख्या में लोगों की गंभीर हालत को देखते हुए उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंप लगाया गया है. गांव में फैली बीमारी की जानकारी मिलते ही छिंदवाड़ा सांसद नकुल नाथ तुरंत हरकत में आए. उन्होंने कलेक्टर से फोन पर बात कर बीमार लोगों के उचित उपचार और  गांव में कैंप लगाने के निर्देश दिए. जिला अस्पताल की सिविल सर्जन डॉक्टर सोनिया में बताया कि कल देर रात उल्टी दस्त से कोसमी गांव की 3 महिला और एक बच्चे को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. देर रात गंभीर अवस्था में भर्ती 1 महिला की मौत हो गई. 

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