National Livestock Mission: मध्य प्रदेश के पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लखन पटेल ने कहा है कि किसान की आय दोगुना करने में पशुपालन गतिविधियों का विशेष योगदान है. मुख्यमंत्री पशुपालन विकास योजना (Mukhyamantri Pashudhan Vikas Yojana) सहित अन्य विभागीय योजनाओं में पशुपालन गतिविधियों में किसानों को लगभग 50% अनुदान विभाग द्वारा दिया जाता है. मंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) के नेतृत्व में देश और मध्य प्रदेश में किसानों की आय दोगुनी करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. विभागीय अधिकारी किसानों को पशुपालन के लिए प्रेरित करें और उनको शासन की योजनाओं का पूरा लाभ दें. मुख्यमंत्री जन कल्याण अभियान के दौरान पशुपालन शिविर लगाया जाए और पशुपालन योजनाओं के अधिक से अधिक प्रकरण स्वीकृत किए जाएं.
पशुपालन और कुक्कुट पालन से अच्छा मुनाफा कमा सकते है किसान
मंत्री पटेल ने निर्देश दिए गए कि विभाग की चलित पशु चिकित्सा वाहनों का समुचित रखरखाव किया जाए. यह योजना अत्यधिक लोकप्रिय हुई है और पशुपालक बड़ी संख्या में अपने पशुओं का इलाज करवा रहे हैं. प्रदेश में 406 लाख पशुओं की आबादी है, प्रति 1 लाख पशु आबादी पर एक वाहन ( कॉल सेंटर 1962) संचालित है.
मंत्री ने कहा कि पशुपालक किसानों को साइलेज के इस्तेमाल के लिए प्रेरित किया जाए. भूसे की तुलना में साइलेज पशुओं के लिए अधिक पौष्टिक होता है, पशु में दूध की मात्रा बढ़ता है और इसकी कीमत भी कम होती है. यह मक्के की चारी और नेपियर घास से बनता है. किसान चरी/चारा उत्पादन कर अधिक मुनाफा कमा सकते हैं. चरी/चारा उत्पादन योजना में शासन की ओर से 50% अनुदान है.
कड़कनाथ के फायदे
कड़कनाथ के अंडों में अमीनो-एसिड अच्छी मात्रा में पाए जाने के कारण यह एक प्रोटीन से भरपूर, पोषक आहार है. कड़कनाथ मुर्गे के मांस में प्रोटीन की मात्रा ज़्यादा और वसा कम होती है. इसमें कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है. इसलिए, यह हृदय रोगियों और डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए फ़ायदेमंद माना जाता है. कड़कनाथ मुर्गे के मांस में विटामिन बी-1, बी-2, बी-6, बी-12, सी, और ई की मात्रा ज़्यादा होती है. इसमें आयरन भी भरपूर मात्रा में होता है. कड़कनाथ मुर्गे के अंडे में भी प्रोटीन की मात्रा ज़्यादा होती है. इसमें वसा और कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है. कड़कनाथ मुर्गे के मांस से खून बढ़ता है और आंखों की रोशनी भी बढ़ती है.
गौशाला व गोबर गैस प्लांट स्थापित करें
मंत्री ने कहा कि पालतू और उन्मुक्त विचरण करने वाले पशुओं की पहचान के लिए यह आवश्यक है कि उनकी टैगिंग अलग-अलग रंग से की जाए. मुख्यमंत्री गौ सेवा योजना के अंतर्गत निर्मित गौशालाओं में पशुओं के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए. बड़ी गौशालाओं में गोबर गैस संयंत्र लगाने के प्रयास किए जाएं. अधिकारी पशु बीमा के लंबित प्रकरणों का बीमा अधिकारियों से निरंतर संपर्क कर निराकरण कराएं. यदि संबंधित बीमा कंपनियां बेवजह किसानों के बीमा दावे रोकती हैं तो उपभोक्ता फोरम में प्रकरण दर्ज कराएं. सभी किसानों को पशु बीमा की दावा राशि दिलाए जाना सुनिश्चित करें.
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