'नौकरी चाहिए तो तीन-तीन लाख दो', हॉस्पिटल की महिला कर्मी ने बेरोजगारों से ऐसे एंठ लिए 45 लाख रुपये

MP Crime: ग्वालियर में जयारोग्य अस्पताल की एक महिला कर्मी ने नौकरी दिलाने के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा किया. उसने लोगों से कहा कि तीन-तीन लाख रुपये दोगे तो नौकरी करा दूंगी. पैसे देने के बाद भी नौकरी नहीं दी.

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नौकरी दिलाने के नाम हुआ फर्जीवाड़ा

Gwalior Job Scam: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर जिले में जयारोग्य अस्पताल (Jayarogya Hospital) की महिला कर्मचारी ने जेएएच में नौकरी के नाम पर 15 लोगों से करीब 45 लाख रुपए ठग लिए. महिला कर्मचारी ने सभी को जयारोग्य अस्पताल समूह में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी दिलाने का सपना दिखाया था. हर सदस्य से तीन-तीन लाख रुपए लिए गए थे. जब समय गुजर गया और नौकरी नहीं मिली, तो पीड़ित 15 लोगों ने महिला कर्मचारी से अपने पैसे वापस मांगे, लेकिन महिला ने देने से इनकार कर दिया. पीड़ित पक्ष एकत्रित होकर एसपी ग्वालियर से मिले. जिसके बाद एसपी ग्वालियर के कहने पर कंपू थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया.

फोर्थ ग्रेड पर नौकरी दिलाने का किया था वादा

ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल समूह की महिला कर्मचारी ऊषा तिवारी ने कुछ महीने पहले जेएएच में निकली चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की भर्ती का आश्वासन दिया था. ऊषा तिवारी ने न्यू बजरंग नगर निवासी दिनेश पाल को बताया था कि जेएएच में कर्मचारियों की भर्ती खुली है. जिस पर उसके स्वास्थ्य विभाग में अच्छी पकड़ है. अगर वह चाहे तो आसानी से नौकरी पर लगवा सकती हूं. इस पर दिनेश ने अपने रिश्तेदार व अन्य लोगों को सूचना दी. जिसमें करीब 15 लोग नौकरी लगवाना चाहते थे. महिला ने सभी से कहा कि जिन-जिन लोगों को जेएएच में नौकरी करना है वो तीन-तीन लाख रुपए जमा कर दें. 

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न नौकरी मिली और न पैसे

दिनेश पाल और उसके साथियों ने करीब 45 लाख रुपए ऊषा तिवारी को दे दिया. इसके बाद न नौकरी मिली न ही ऊषा ने रुपए वापस किए. जिसके बाद पीड़ित पक्ष एसपी से मिला और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कही. पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

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